केंद्र की सत्त्तारुध मोदी सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के बीच जारी वाकयुद्ध अपने चरम पर पहुंच चुकी है। दोनों ही तरफ से लगातार एक दूसरे के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले किये जा रहे हैं। यह जंग मंगलवार को भी जारी दिख रही है। मंगलवार को एक तरफ जहां ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है. वहीं बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
राज्यपाल ने ममता के खिलाफ किया ट्वीट
दरअसल, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर दावा किया कि शुक्रवार को होने वाली बैठक से पहले ही ममता बनर्जी ने उन्हें मैसेज कर दिया था और कहा था कि अगर इस बैठक में सुवेंदु अधिकारी मौजूद होंगे तो वो बैठक का बॉयकॉट कर सकती हैं। राज्यपाल ने ट्वीट कर ममता बनर्जी पर यह भी आरोप लगाया कि लोक सेवा पर अहंकार हावी हो गया है।
राज्यपाल ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री ने 27 मई को रात 11 बजकर 16 मिनट पर संदेश दिया कि क्या मैं बात कर सकती हूं, अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा कि इसके बाद ममता ने फोन पर संकेत दिया कि यदि विधायक सुवेंदु अधिकारी प्रधानमंत्री की चक्रवात यास संबंधी समीक्षा बैठक में शामिल होंगे, तो वह और अन्य अधिकारी इसका बहिष्कार करेंगे। लोक सेवा पर अहंकार हावी हो गया।
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आपको बता दें कि यह हंगामा बीते दिनों पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई उस समीक्षा बैठक के बाद शुरू हुआ है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को ममता के साथ यास चक्रवात की वजह से हुए नुकसान पर चर्चा करना था। आरोप है कि इस बैठक में ममता बनर्जी अपने मुख्य के साथ 30 मिनट देरी से आई और अन्य बैठकों का हवाला देते हुए तुरंत वहां से चली गई।