दिल्ली, : एक तरफ जहाँ कोरोना की रफ़्तार धीरे-धीरे कोम होती नजर आ रही है। वही कोरोना की दवाईयों और टीके भी कई कम्पनियों के बाजार में आ रहे है। इसी कड़ी में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के द्वारा कोरोना की 2डीजी दवा बाजार में उतार दी गई है। डीआरडीओ द्वारा विकसित इस दवा का निर्माण डॉ. रेड्डीज लैब में किया जा रहा है । इस दवा के एक पाउच की कीमत 990 रुपए रखी गई है। सरकारी अस्पतालों और राज्यों को केंद्र सरकार के द्वारा इस दवा को कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा।
डीआरडीओ के अनुसार मेडिसिन व्यावसायिक रुप से उपलब्ध होगी। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने मध्यम से गंभीर कोरोना वायरस रोगियों में एक सहायक चिकित्सा के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए इस दवा को मंजूरी दे दी है। केंद्र का कहना है कि डीआरडीओ की तरफ से विकसित दवा 2-डीजी कोरोना के मरीजों के इलाज में काफी उपयोगी होगी। हैदराबाद में डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरीज के सहयोग से डीआरडीओ की प्रयोगशाला, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेज ने मेडिसिन को एंटी कोरोना मेडिकल इस्तेमाल के लिए विकसित किया है। यह दवा एक पाउच में पाउडर के रूप में आती है। इसे पानी में घोलकर मरीजों को दिया जाता है।