बाहुबली नेता की गिरफ्तारी ने सरकार के सामने खड़ी की मुसीबत, अपने ही कर रहे विरोध

बाहुबली नेता पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद से ही सियासी घमासान शुरू हो गया है, अब नीतीश सरकार के अपने ही लोग उनके इस फैसले पर उंगली उठाते हुए सरकार की आलोचना कर रहे है। जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर अपने ही नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हो गए हैं। इसी क्रम में बिहार के सीएम नीतीश के करीबी और जेडीयू नेता मोनाजिर हसन का कहना है कि बाहुबली नेता पप्पू यादव की गिरफ्तारी की जितनी निंदा की जाए वो कम है। वे गरीबों के मसीहा के तौर पर काम कर रहे थे।

जेडीयू नेता ने बीजेपी सांसद की गिरफ्तारी की मांग

सीएम नीतीश की खिलाफत करते हुए जेडीयू नेता हसन ने कहा कि गिरफ्तारी तो छपरा के डीएम और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी की होनी चाहिए थी। पप्पू यादव मुश्किल समय में गरीबों की मदद कर रहे थे। उनकी गिरफ्तारी निंदा का विषय है। वहीं दूसरे जेडीयू नेता विजयेंद्र यादव ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। वहीं, विजयेंद्र यादव ने बाहुबली नेता पप्पू यादव की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए कहा कि मानवता के आधार पर राजीव प्रताप रूडी को एक मिनट भी सांसद बने रहने का अधिकार नहीं है। पप्पू यादव को मानवता के आधार पर छोड़ देना चाहिए। एंबुलेंस मामले की जांच करके डीएम को बर्खास्त और सांसद को इस्तीफा देना चाहिए।

बीजेपी के नेता कर रहे है बाहुबली नेता पप्पू यादव की रिहाई की मांग

दूसरी ओर बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है। इसके अलावा बिहार एनडीए में शामिल हम और वीआईपी पार्टी के अध्यक्षों जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी पहले ही यादव की गिरफ्तारी का विरोध कर चुके हैं।

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बता दें कि जाप अध्यक्ष पप्पू यादव को मंगलवार को राजधानी पटना से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 32 साल पुराने किडनैपिंग और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मधेपुरा में दर्ज मामले में उनकी गिरफ्तारी की गई है। उन्हें पटना से मधेपुरा लाया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।