अभी हाल ही में ख़त्म हुए विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने बुधवार को लगातार तीसरी बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। सूबे के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उन्हें यह शपथ दिलाई। कोरोना संकट की वजह से साधारण रूप से हुए इस शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक बार जहां धनखड़ ने ममता बनर्जी को राय दी । वहीं, इस चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन के उभरी बीजेपी ने ममता सरकार को नेस्तनाबूत करने की कसम खाई।
ममता को राज्यपाल ने दी सलाह
ममता को शपथ दिलाने के बाद बंगाल के राज्यपाल ने नसीहत देते हुए कहा कि मैं तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देता हूं। आशा है कि शासन संविधान और कानून के नियम के अनुसार चलेगा। हमारी प्राथमिकता इस संवेदनहीन हिंसा का अंत करना है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कानून के शासन को बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगी। लोकतंत्र के लिए हिंसा ठीक नहीं है।
धनखड़ के बाद जेपी नड्डा ने भी ममता अनर्जी को आड़े हाथो लिया। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे बंगाल के नतीजे आए हैं वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है। यह लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे। नड्डा यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि जो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं। जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं।
नड्डा ने आगे कहा कि ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे। प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे। विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे।
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इससे पहले ममता बनर्जी ने आज कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अकेले ही सीएम पद की शपथ ली। उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। बंगाल को अहिंसा पसंद है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे हिंसा न हो। बताया गया है कि मंत्रियों को कल शपथ दिलाई जाएगी।