मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पटरी व्यवसायियों की समस्याओं को देखते हुए उनके लिए स्थान आरक्षित करने का निर्देश दिया था। गुरुवार को गोरखपुर के पटरी व्यवसायियों को उनकर लिए स्थान सुरक्षित कर दिया गया। टोकन विधि से हुई इस व्यवस्था से 401 पटरी व्यवसायियों को स्थान आरक्षित कर दिया गया। अब वे अपने आरक्षित स्थान पर बैठकर अथवा ठेला-खोमचा लगाकर अपना व्यवसाय और परिजनों का भरण-पोषण कर सकेंगे। हर पटरी व्यवसायी के लिए दो वर्ग मीटर का स्थान सुरक्षित किया गया।
बता दें कि नगर निगम ने दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत वेंडिंग जोन का विकास किया है। शहर को ठेला खोमचों से जाम के झाम से मुक्त करने के लिए प्रदेश सरकार की पहल पर गुरुवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और एसडीएम सदर कुलदीप मीना के निर्देशन में पटरी व्यवसायियों के लिए स्थान सुरक्षित किया गया। इसे मूर्त रूप देने के लिए सदर तहसीलदार डॉक्टर संजीव दीक्षित की अगुवाई में शहर कानूनगो प्रदुमन सिंह और उनकी टीम की देखरेख में पटरी व्यवसाइयों के लिए स्थान सुरक्षित कर दिया गया।
इन क्षेत्रों के लिये हुए आबंटन
इन्हें शहर के रूस्तमपुर, आजाद चौक, छात्रसंघ चौराहा, जगदीश हॉस्पिटल से आजाद चौक तक जाने वाली सड़क के किनारे के पटरी व्यवसायियों को अबाध गति से व्यसाय बढ़ाने को स्थान आबंटित कर दिया।
चिह्नित थे पटरी व्यवसायी
सदर तहसील सभागार में इसे मूर्त रूप मिला। पहले से चिन्हित 401 पटरी व्यवसायियों को ठेला सहित जमीन पर बैठकर अपने परिवार का जीवकोपार्जन करने को स्थान आरक्षित किया गया। प्रत्येक को दो वर्ग मीटर का स्थान मिला।
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सदर तहसील प्रशासन ने पटरी व्यवसायियों के लिए स्थान सुरक्षित करने को टोकन व्यवस्था की थी। अपने पसंदीदा स्थान के चयन के लिए पटरी व्यवसायियों को लाटरी विधि से मौका मिला। एक-एक व्यवसायी आते रहे और अपने स्थान के लिये टोकन निकालते रहे। इससे उन्हें अपने पसंदीदा स्थानों में से कोई एक स्थान आरक्षित होता रहा। फिर उन स्थानों को आधार कार्ड से जोड़ते हुए टोकन के स्थानों को आरक्षित किया जाता रहा।