बीते दिन नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगी चोट की वजह से उनके बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया है। इस चोट को लेकर उन्होंने लोगों ने जानबूझकर उन्हें धक्का दिया। मौके पर पुलिस मौजूद नहीं थी और उन्हें जान से मारने की साजिश रची गई थी। हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों ने ममता के इस दावे को गलत बताया। अब उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी उनके दावे को झूठा करार दे रही है।
ममता के दावे के खिलाफ खड़े हुए तृणमूल सांसद
दरअसल, तृणमूल सांसद शिशिर अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता के दावे को झूठा करार दिया है। नंदीग्राम से ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर ने कहा है कि किसी ने ममता बनर्जी पर हमले नहीं किए। ड्राइवर की गलती से उन्हें चोट लगी है।
सोमवार को तृणमूल सांसद शिशिर अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता पर किसी ने हमला नहीं किया। मुख्यमंत्री की गाड़ी का ड्राइवर नंदीग्राम में नया था। सीएम की गाड़ी का दरवाजा खुला हुआ था और गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी। उसी खुले हुए दरवाजे से रास्ते में खड़े लोगों का अभिवादन मुख्यमंत्री कर रही थीं। उसी समय रास्ते में लोहे के लैंपपोस्ट से खुले दरवाजे की टक्कर हुई और वही दरवाजा सीएम ममता के बाएं पैर में लगा जिसकी वजह से उन्हें चोट लगी है।
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तृणमूल सांसद ने कहा कि घटना के बाद मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत पास की मिठाई की दुकान से बर्फ लिया था और मुख्यमंत्री ममता की प्राथमिक चिकित्सा की थी। खास बात यह है कि जिस लोहे के लैंपपोस्ट में ममता बनर्जी की गाड़ी की टक्कर हुई है वह पुलिसकर्मियों ने ही लगाई थी ताकि सीएम के दौरे के समय कोई बड़ी गाड़ी वहां ना घुसे। अपने ऊपर हमले को लेकर ममता बनर्जी सरेआम झूठ बोल रही हैं। नंदीग्राम के लोगों को कटघरे में खड़ा कर रही हैं लोग इसका जवाब देंगे।