इक्वेटोरियल गिनी के सबसे बड़े शहर बाटा में रविवार को मिलिट्री बेस में एक साथ कई विस्फोट हुए, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई। अल जजीरा की रिपोर्ट में राष्ट्रपति तियोदोरो ओबियांग का हवाला देते हुए कहा गया है कि यह धमाके डायनामाइट के इस्तेमाल से जुड़ी लापरवाही के कारण हुए।
इससे पहले राष्ट्रपति ने कहा था कि धमाके में 500 लोग घायल हुए हैं जबकि 15 लोगों की मौत हुई है लेकिन बाद में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 17 लोगों की मौत हुई है और 420 लोग घायल हुए हैं।स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई लोगों को मलबे में से शव निकालते हुए देखा गया। इनमें से कुछ लोगों के शव को चादर में लपेटकर रखा गया।
इक्वेटोरियल गिनी 13 लाख की आबादी वाला एक अफ्रीकी देश है जो कैमरून के दक्षिण में स्थित है। 1968 में आजादी से पहले यह स्पेन का उपनिवेश था। इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्रालय ने विस्फोट में 17 लोगों के मरने की बात बतायी थी जबकि राष्ट्रपति ने 15 लोगों के मरने की सूचना दी थी।
विदेश मंत्री सिमेन ओयोनो एसोनो आंगु ने विदेशी राजदूतों से मुलाकात की और सहायता की अपील की। यह विस्फोट तेल सम्पन्न मध्य अफ्रीकी देश के लिए एक झटका है। उन्होंने कहा, ‘देश में स्वास्थ्य आपात (कोविड-19 के कारण) की स्थिति और बाटा में त्रासदी को देखते हुए ऐसी संकट की स्थिति में मित्र देशों से मदद की मांग करना आवश्यक हो जाता है।’
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रेडियो स्टेशन ‘रेडियो मैकुतो’ ने ट्विटर पर बताया कि शहर के चार किलोमीटर के दायरे में मौजूद लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है, क्योंकि विस्फोट के कारण निकलने वाला धुंआ हानिकारक हो सकता है। विस्फोट के बाद स्पेन के दूतावास ने ट्विटर पर ‘स्पेन के नागरिकों से अपने-अपने घरों में रहने’ की अपील की।