महाराष्ट्र के जलगांव जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिससे खाकी एक बार फिर दागदार नजर आने लगी है। दरअसल, महाराष्ट्र पुलिस पर गर्ल्स हॉस्टल में जाकर लड़कियों से कपड़े उतारकर न्यूड डांस करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है। इस मामले की गूंज बुधवार को विधानसभा में सुनाई दी जहां विपक्ष ने यह मुद्दा उठाते हुए उद्धव सरकार को जमकर घेरा। उधर, मामले की जानकारी मिले के बाद जिलाधिकारी ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच का आदेश सुनाया है।

गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर न्यूड डांस देखने के लिए लड़कियों पर बनाया दबाव
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना एक मार्च की बताई जा रही है। महाराष्ट्र पुलिस पर आरोप लगे हैं कि जलगांव जिले के गणेश कॉलनी इलाके में आशादीप महिला छात्रावास में पुलिस ने अपनी खाकी का रौब दिखाते हुए शर्मनाक घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने दबाव बनाते हुए कुछ लड़कियों के कपड़े उतराकर न सिर्फ उनसे डांस कराया, बल्कि इस पूरे मामले का वीडियो भी बनाया। आरोप है कि उस वक्त पुलिसकर्मियों के साथ कुछ बाहरी लोग भी मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिसकर्मी पहले अनैतिक काम करने का आरोप लगाते हुए पूछताछ का बहाना बनाकर हॉस्टल में घुसे, फिर लड़कियों पर न्यूड डांस करने का दबाव बनाने लगे। जब कुछ लड़कियों ने उनके इस कृत्य का विरोध किया तो उन्होंने मारपीट करने और झूठे आरोप में फंसाने की धमकी भी दी।
इस बात की जानकारी तब मिली जब स्थानीय जननायक फाऊंडेशन के अध्यक्ष फिरोज पिंजारी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों और महिलाओं से बातचीत की। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले गंभीरता देखते हुए जांच की बात कही है। हालांकि विपक्ष गृहमंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं है और राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है।
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उधर, घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अभिजीत राऊत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए घटना की विस्तृत जांच कराने का आश्वासन दिया है।
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