गांधी ग्लोबल फैमली शांति सम्मेलन के दौरान जम्मू दौरे पर आए गुलाम नबी आजाद को अपने दौरे के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करना उनको महंगा पड़ गया। कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और इस दौरान गुलाम नबी आजाद का पुतला जलाकर उन्हें पार्टी से बाहर करने की मांग भी की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिखाया गुस्सा
जम्मू प्रदर्शनी मैदान के बाहर कांग्रेस के कई कार्यकर्ता, युवा नेता शाहनवाज हुसैन की अध्यक्षता में एकत्रित हुए और उन्होंने आजाद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। गनीमत यह रही कि इसमें कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता शामिल नहीं था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस को जम्मू-कश्मीर में मजबूत करने के स्थान पर प्रधानमंत्री मोदी की तारिफ कर कमजोर करने का काम किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल भी कम हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनाव में गुलाम नबी आजाद पार्टी का प्रचार करने के लिए जम्मू-कश्मीर नहीं आए और अब आए हैं तो भाजपा के साथ अपनी दोस्ती निभा रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान शाहनवाज ने कहा कि अगर आजाद चाहते तो कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में और बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी लेकिन उन्होंने जिला विकास परिषद के चुनावों में भाग न लेकर पार्टी को कमजोर करने का काम किया। कांग्रेस के इस प्रदर्शन के बाद प्रदेश में गुटबाजी को और बढ़ावा मिलना तय है।
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गुलाब नबी आजाद ने दौरे के अंतिम दिन गुज्जर देश चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। इसके बाद से ही कांग्रेस युवा कार्यक्रताओं के मन में गुलाम नबी आजाद के खिलाफ रोष था जो मंगलवार को एक लावा बनकर फूटा।