पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है। इसकी वजह चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर हैं, जिन्हें अमरिंदर सिंह ने प्रिंसिपल सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। सोमवार को मुख्यमंत्री द्वारा ट्विटर पर इस बात की जानकारी देने के बाद बंगाल कांग्रेस को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।
अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर दी जानकारी
दरअसल, प्रशांत किशोर को आगामी वर्ष फरवरी माह में होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र नियुक्त किया गया है। वर्ष 2017 में भी प्रशांत को पंजाब चुनावों में कांग्रेस की मदद के लिए उनकी टीम के साथ लगाया गया था। वर्ष 2017 से पहले कांग्रेस लगातार 10 वर्ष सत्ता से बाहर रही थी। वर्ष 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का सेहरा तब अनेक कांग्रेसी नेताओं ने प्रशांत किशोर को दिया था। अब प्रशांत किशोर की नियुक्ति पर विपक्ष द्वारा अनेक विपरीत प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
उधर कैप्टन अमरिंदर की यह घोषणा बंगाल कांग्रेस के लिए फजीहत का सबब बनता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ममता बनर्जी के खिलाफ लड़ रही है और भारतीय जनता पार्टी की तरह ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी लगातार ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने के लिए जनसभाएं, जनसंपर्क व अभियान चला रहे हैं।
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अधीर रंजन चौधरी ने कई बार प्रशांत किशोर के हस्तक्षेप को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। बावजूद इसके उन्हीं की पार्टी के एक मुख्यमंत्री द्वारा प्रशांत किशोर को सलाहकार नियुक्त कर लिए जाने के बाद एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस असमंजस में फंस गई है। सोशल साइट पर इसे लेकर लोग प्रदेश कांग्रेस नेताओं का मजाक उड़ाने लगे हैं।