प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (7 फरवरी) को केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल के हल्दिया जाएंगे। इस सरकारी कार्यक्रम के बाद वह भाजपा की एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हल्दिया आ रहे प्रधानमंत्री से एक जनसभा को संबोधित करने का अनुरोध पार्टी की प्रदेश इकाई ने किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
विजयवर्गीय ने बताया कि वह खुद ही हल्दिया में प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा की तैयारियों की सारी निगरानी कर रहे हैं। यह क्षेत्र शुभेंदु अधिकारी के परिवार का गढ़ है इसलिए यहां प्रधानमंत्री की जनसभा प्रस्तावित करने के पीछे भाजपा की मंशा साफ है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वह क्षेत्र के नंदीग्राम इलाके से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। शुभेंदु अधिकारी भी उनके खिलाफ ताल ठोंकने का दावा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि हल्दिया की सभा से प्रधानमंत्री मोदी ना केवल ममता बनर्जी पर हमलावर होंगे बल्कि अधिकारी परिवार के पक्ष में भी भाषण देंगे।
प्रदेश भाजपा का दावा है कि इस जनसभा में कम से कम दो लाख लोगों की भीड़ जुटेगी।
विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 7 फरवरी को हल्दिया आ रहे हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बंगाल में लगभग 88.5 लाख लोगों को एलपीजी कनेक्शन दिया गया है। भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन ने हल्दिया में एलपीजी कार्पोरेशन बनाया है। प्रधानमंत्री इसे देश को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही वह कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा ने एक जनसभा के लिए प्रधानमंत्री से आग्रह किया था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
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ममता और धनखड़ भी हैं आमंत्रित
हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स के सूत्रों ने बताया कि एलपीजी कार्पोरेशन को देश के नाम समर्पित करने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है। हालांकि वह इसमें जाएंगी, इसे लेकर संशय है। क्योंकि इसके पहले जब 23 जनवरी को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित पराक्रम दिवस पर ममता ने प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया था, तब उन्हें देखकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए थे। इससे ममता बिफर पड़ी थीं और भाषण भी नहीं दिया था। उन्होंने केंद्र पर बुलाकर अपमानित करने का आरोप लगाया था। इसकी वजह से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह हल्दिया के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।