पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से गर्म हुए सियासी माहौल के बीच जांच एजेंसी ने तृणमूल नेताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दरअसल, कथित पशु तस्करी के मामले में सीबीआई ने गुरूवार को अपनी जांच तेज करते हुए कोलकाता में कई स्थानों पर छापेमारी की। इस क्रम में जांच एजेंसी ने तृणमूल युवा कांग्रेस के महासचिव विनय मिश्रा के आवास पर भी छापे मारी की।
सीबीआई ने तृणमूल नेता के घर की छापेमारी
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सीबीआई ने विनय मिश्रा के दो ठिकानों पर धावा बोला। हालांकि, इस छापेमारी के विषय में अभी कोई और जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है। हालांकि, सीबीआई विनय मिश्रा तक नहीं पहुंच सकी है। अभी वह फरार चल रहा है। सीबीआई ने मिश्रा के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है।
विनय मिश्रा सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के बेहद ख़ास माने जाते हैं। सीबीआई का कहना है कि गाय तस्करी का करोड़ों का काला धन विनय मिश्र के माध्यम से ही अन्य नेताओं और मंत्रियों तक पहुंचाया जाता था।
आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के नेता पर सीबीआई की यह छापेमारी उस वक्त हुई है, जब एक दिन पहले पार्टी के सांसदों ने सूबे के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को तत्काल प्रभाव से हटाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा था। बीते दिन राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन में तृणमूल के सांसदों ने राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाया था।
यह भी पढ़ें: विज्ञान भवन में जारी 7वें दौर की बातचीत ख़त्म, सरकार ने किसानों को दिलाया भरोसा
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने राष्ट्रपति ज्ञापन भेजकर राज्यपाल पर आरोप लगाया था कि कि राज्यपाल संविधान के संरक्षण, सुरक्षा और बचाव में विफल रहे हैं और बार-बार सुप्रीम कोर्ट द्वारा घोषित कानून का उल्लंघन किया गया है।