कानपुर। छात्रवृत्ति के नाम पर 1999 से 2005 तक 57.54 लाख का घोटाला करने वाले आरोपियों को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि एससी एसटी छात्रवृत्ति घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर ने सोमवार को हाथरस के सपा जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है।
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छात्रवृत्ति के नाम पर सात साल में किया 57.54 लाख का घोटाला, फिर…
सात स्कूल और कॉलेजों में वह प्रबंधक है। इन्हें छह साल में छात्रवृत्ति के लिए शासन से आए 57.54 लाख रुपए का घोटाले में मुख्य आरोपित बनाया गया है। एसपी ईओडब्ल्यू बाबूराम ने बताया कि इस छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। वहां से अनुमति मिलने के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें मुख्य आरोपित रतिभानपुर राऊ हाथरस निवासी युवराज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। युवराज सिंह वहां पर श्री होडल सिंह इंटर कॉलेज, श्री कृष्ण योगीराज डिग्री कॉलेज, श्री बलखंडी महाराज इंटर कॉलेज, श्री युवराज सिंह यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का प्रबंधक है।
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एसपी ने बताया कि एससी एसटी छात्रवृत्ति के नाम पर सन 1999 से लेकर 2005 के बीच प्रबंधक ने अन्य लोगों के साथ मिलकर 57.54 लाख रुपए का घोटाला किया। जिसमें जांच में कई प्रकार के तथ्य सामने आए हैं। एक कॉलेज तो मौके पर चलता ही नहीं मिला। वहीं फर्जी नामों से खाते खुलवाकर छात्रवृत्ति की रकम उसमें मंगवाए जाने की भी पुष्टि हुई है।
पुलिस के मुताबिक अभी 69 अभियुक्त होंगे गिरफ्तार
एसपी का कहना था कि इस मामले में मुख्य आरोपित के अलावा 69 अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आए हैं। जिनमें से 58 सरकारी अधिकारी और कर्मचारी है। इसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी तक शामिल रहे हैं। इन सभी की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है। जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। एसपी के मुताबिक इस मामले में 25 सितम्बर को प्राइवेट कर्मी रावेन्द्र सिंह को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। उसने कोर्ट में जमानत अर्जी डाली है जिसपर सुनवाई हो रही है।