कृषि कानूनों की वजह से केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार चौतरफा घिरती नजर आ रही है। एक तरफ जहां कई राज्यों के किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। वहीं विपक्ष भी आंदोलन की इस आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। हालांकि अब केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किसान आंदोलन के माध्यम से अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश में लगे विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा है।
किसान आंदोलन के जरिये अपना वजूद बचाने की कोशिश में विपक्ष
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि किसान आंदोलन में कूदे विपक्षी दलों का दोहरा और शर्मनाक रवैया सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये दल अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए आंदोलन के साथ आए हैं। विपक्ष दलों का काम सिर्फ मोदी सरकार का विरोध करना ही रह गया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने खुद अपने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में APMC एक्ट को समाप्त करने की बात कही थी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, NCP और उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं। जब इनका राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है तो अपना वजूद बचाने के लिए ये किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि जो हमने किया, यूपीए की सरकार भी वही कर रही थी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएं। हम उनकी इन भावनाओं का सम्मान करते हैं लेकिन ये सभी कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें बीजेपी और नरेंद्र मोदी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है।
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आपको बता दें कि कृषि कानूनों की खिलाफत करने हुए किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ मुहीम छेड़ दी है। पिछले 12 दिनों से चल रहा यह किसान आंदोलन धीरे-धीरे वृहद रूप लेता जा रहा है। इस आन्दोलन की वजह से दिल्ली जाने वाले कई मार्ग प्रभावित है। आंदोलित किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान भी किया है, जिसका कई विपक्षी पार्टियों ने समर्थन भी किया है।