अभी हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार सत्ता पर आसीन हो चुकी है। बीते दिन जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और 14 अन्य विधायकों ने मंत्री के रूप में शपथ भी ग्रहण कर लिया है। अब मंगलवार को इन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। नीतीश कैबिनेट में विधायकों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई ।
जानिये किसे मिला कौन सा विभाग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास गृह, सामान्य प्रशासन, विजिलेंस समेत वह विभाग रखें हैं, जिन्हें अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं किया गया है। वहीं डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद को वित्त, कॉमर्शियल टैक्स, पर्यावरण और वन, आपदा प्रबंधन, शहरी विकास के साथ सूचना प्रौद्योगिकी विभाग मिला है।
नीतीश कैबिनेट में डिप्टी सीएम रेणु देवी को पंचायती राज, पिछड़ी जाति का उत्थान और ईबीसी कल्याण के साथ उद्योग मंत्रालय मिला है। विजय चौधरी को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन, सूचना और प्रसारण और संसदीय कार्य विभाग का जिम्मा मिला है। बिजेंद्र यादव को ऊर्जा के साथ ही निषेध, योजना और खाद्य एवं उपभोक्ता मामले का मंत्रालय मिला है।
अशोक चौधरी को भवन निर्माण, सोशल वेलफेयर, साइंस टेक्नोलॉजी के साथ अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दिया गया है। मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्रालय मिला है। शीला कुमार को परिवहन मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। संतोष मांझी को लघु सिंचाई के साथ अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण विभाग का जिम्मा दिया गया है। वहीं, मुकेश सहनी को पशुपालन और मत्स्य मंत्रालय मिला है।
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बीजेपी कोटे के मंत्री मंगल पांडेय का कद बढ़ा है। उन्हें स्वास्थ्य के साथ ही पथ निर्माण और कला एवं संस्कृति मंत्रालय का भी जिम्मा मिला है। अमरेंद्र सिंह को कृषि, कोऑपरेटिव और गन्ना विभाग का प्रभार मिला है। रामप्रीत पासवान को पीएचईडी विभाग मिला है। जीवेश कुमार को पर्यटन, श्रम और खनन विभाग मिला है। रामसूरत को राजस्व और कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।