दिल्ली के चांदनी चौक में तोड़े गए हनुमान मंदिर ने सूबे में सियासी हंगामा तेज कर दिया है। दरअसल, इस मंदिर के टूटने के बाद बीजेपी, कांग्रेस और सूबे की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आ रहे हैं। इस सियासी जंग की वजह वह लोग हैं, जिन्होंने मंदिर तोड़े जाने के विरोध सड़कों पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया।
हनुमान मंदिर तोड़े जाने के बाद आपस में भिड़े आप, बीजेपी और कांग्रेस
मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली के चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण हो रहा है। इस वजह से वहां स्थित हनुमान मंदिर तोड़ दिया गया है। इस मंदिर के तोड़े जाने से कुछ हिंदूवादी संगठनों में रोष भर आया और उन्होंने सडकों पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इन हिंदूवादी संगठनों ने आप सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
इसी बीच बीजेपी ने भी आप सरकार को निशाने पर लिया और मांग की कि चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण के बाद इस हनुमान मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाए। उधर आप ने भी बीजेपी पर पलटवार किया। आप का कहना गई कि 400 वर्ष पुराने इस हनुमान मंदिर को बीजेपी शासित एमसीडी ने तोड़ा है और लोगों के आक्रोश से बचने के लिए आप पर आरोप लगा रही है।
न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि चांदनी चौक में मंदिर के पुनः निर्माण के लिए जल्द ही उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलकर इस संदर्भ में पार्टी हस्तक्षेप करने की मांग करेगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली धार्मिक समिति के मंत्री सत्येंद्र जैन हैं और अगर वह चाहते तो धार्मिक समिति में इस मामले का समाधान कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर ने दिल्ली सरकार पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा चांदनी चौक का पुनर्विकास किया जा रहा है उसके तहत दिल्ली सरकार कोर्ट गयी जिसमें अतिक्रमण हटाने की सिफारिश की थी। जिसके लिए निगम और मेयर ने सीएम को मंदिर शिफ्ट करने या वहीं पर रखे जाने के बाबत चिट्ठी भी लिखी लेकिन दिल्ली सरकार ने कोई सज्ञान नहीं लिया। इसके उलट कोर्ट में इस मामले में दिल्ली सरकार के वकीलों ने तेज़ी दिखाने की वकालत की। तीन बार कोर्ट के आदेश पर स्टे लिया गया। अब आप बीजेपी पर आरोप लगा रही है।
आप ने किया पलटवार
दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर तोड़े गए हनुमान मंदिर पर आप ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी इतनी गिरी हुई राजनीति कर रही है। प्राचीन हनुमान मंदिर जो हजारों सालों से वहां पर है, वहां हनुमान जी की पूजा होती है। बीजेपी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हनुमान मन्दिर तोड़ा है।
आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोर्ट में उनका हलफनामा पढ़ लीजिए। कोर्ट में एमसीडी ने हलफनामा लिख कर दिया है कि हम हनुमान मंदिर तोड़ने को तैयार हैं। उसमें एमसीडी का साइन है। घटनास्थल पर सुबह से आम आदमी पार्टी के लोग बारिश में धरने पर बैठे हुए हैं। पुलिस उनके पास है वहां पर किसी को जाने नहीं दे रहे हैं, क्योंकि बीजेपी ने वहां पुलिस लगा रखी है।
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हनुमान मंदिर को लेकर आप और बीजेपी में चल रहे वार-पलटवार के बीच दिल्ली कांग्रेस ने मंदिर तोड़े जाने के लिए एमसीडी और दिल्ली सरकार दोनों को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी का कहना है कि दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं जबकि सच्चाई यह है कि दिल्ली सरकार की सहमति से ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने मंदिर को हटाया है। उन्होंने कहा कि एक समान प्रक्रिया के तहत यदि किसी धार्मिक ढांचे/मंदिर को तोड़ा जाए तो उसे विस्थापित करने के लिए वैकल्पिक स्थान मुहैया कराया जाना चाहिए।