एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है वहीं दूसरी तरफ जापान पर दोहरी मार पड़ रही है। अब देश में मसूलाधार बारिश ने सात लोगों की जान ले ली है। दक्षिण-पश्चिमी जापानी इलाके, कुमामोटो और कागोशिमा में रविवार को मूसलाधार बारिश से पैदा हुई बाढ़ के कारण 7 लोगों की मौत हो गई और 4 लोग लापता हो गए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया का हवाले ये जानकारी दी।
प्रीफेक्चर के कई हिस्सों के लिए जारी की गई थी चेतावनी
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने प्रीफेक्चर के कई हिस्सों में शनिवार सुबह उच्चतम स्तर तक भारी बारिश की चेतावनी दी। पहली बार दो प्रीफेक्ट्स के लिए इस तरह के उच्च अलर्ट जारी किए हैं। एजेंसी के अनुसार, कुमामोटो प्रान्त में अमाकुसा में प्रति घंटे 98 मिमी की रिकॉर्ड वर्षा हुई है। दोनों प्रान्तों के लगभग 203,200 निवासियों को शरण लेने के लिए कहा गया था। कुमामोटो में 17 नगरपालिकाओं में 109 आश्रयों को कम से कम 871 निकासी के लिए खोला गया था।
कुमामोटो में कुमा नदी के साथ व्यापक बाढ़ के कारण, पूर्ववर्ती सरकार ने आपदा राहत कार्य के लिए ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स के कर्मियों को भेजने के आदेश दिए हैं। बचावकर्मियों ने नदी के किनारे कठिन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए संघर्ष किया जिसने शनिवार तड़के कई स्थानों पर अपने बैंकों को तोड़ दिया। क्यूशू रेलवे कंपनी ने कहा कि प्रीफेक्चर में शिंकानसेन बुलेट ट्रेन सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है।
इससे पहले एक दर्जन से अधिक लोग हुए लापता
बता दें क पहले इस प्राकृतिक आपदा में एक दर्जन से अधिक लोग लापता हुए हैं वहीं अचानक आई बाढ़ के कारण कई लोग घरों की छतों पर फंसे दिखे। बारिश के मद्देनजर 75 हजार से अधिक लोगों को इलाके को खाली करने को कह दिया गया था। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों को खाली करने के आदेश भी दिए गए थे।