एआरपी संगठन का पुनर्गठन, केशव प्रताप शाही बने प्रदेश अध्यक्ष, प्रवीण चौधरी को मिली महामंत्री की जिम्मेदारी

लखनऊ:- एकेडमिक रिसोर्स पर्सन्स एसोसिएशन, उ०प्र० एआरपी संगठन का पुनर्गठन बुधवार को राजधानी लखनऊ स्थित गुलिस्तां कॉलोनी में नकुड़ विधायक मुकेश चौधरी के आवास पर सम्पन्न हुआ। बैठक में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से देवरिया के केशव प्रताप शाही को प्रदेश अध्यक्ष तथा सहारनपुर के प्रवीण चौधरी को प्रदेश महामंत्री चुना गया।

बैठक में संगठनात्मक एकजुटता और शिक्षा सुधार के प्रति प्रतिबद्धता का उत्साह स्पष्ट रूप से देखने को मिला। इस अवसर पर अंबेडकर नगर के पुष्पेंद्र दुबे को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, वहीं उन्नाव की डॉ. पूनम सिंह, प्रतापगढ़ की शिल्पा शुक्ला, शाहजहांपुर के धर्मेन्द्र कुमार सिंह, बाराबंकी के सन्तोष कुमार एवं रजनीश कुमार सिंह तथा गोण्डा के ज्ञानेश्वर पाठक को उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।

इसके अतिरिक्त बाराबंकी के शरद राय एवं देवरिया के संजय कुमार पाण्डेय को संगठन मंत्री, महराजगंज के अम्भोज कुमार मिश्र तथा बदायूं के विनीत कुमार यादव को संयुक्त मंत्री, बाराबंकी के संजय बाजपेयी, लखनऊ के मोहम्मद रियाज और देवरिया के सगीर अहमद को प्रदेश प्रवक्ता, लखनऊ के सर्वेश गौतम को कोषाध्यक्ष तथा बाराबंकी के पवन कुमार वर्मा को मीडिया प्रभारी चुना गया।

चुनाव प्रक्रिया में संगठन के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश शुक्ल तथा देवरिया के पूर्व जिलाध्यक्ष विपिन दुबे निर्वाचन अधिकारी के रूप में उपस्थित रहे। प्रदेश अध्यक्ष एवं महामंत्री के अलावा अधिकांश पदों पर एक से अधिक अभ्यर्थियों ने नामांकन प्रस्तुत किया था। आपसी सहमति और लोकतांत्रिक संवाद के उपरांत पर्यवेक्षक ने सभी निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणा की। इसके बाद नवनिर्वाचित टीम का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया और उन्हें नये दायित्वों के निर्वहन की शुभकामनाएँ दी गईं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग ने वर्ष 2019 में प्रत्येक विकास खंड में पाँच एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) के पद सृजित किए थे। परिषदीय शिक्षकों में से चयनित ये एआरपी अपने-अपने विकास खंडों में विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता सुधारने और शिक्षकों को अकादमिक सहयोग प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रताप शाही ने कहा कि संगठन शिक्षकों की अकादमिक सक्षमता और बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य करेगा। वहीं महामंत्री प्रवीण चौधरी ने कहा कि संगठन प्रदेश स्तर पर शिक्षकों के प्रशिक्षण, संवाद और संसाधन विकास की दिशा में ठोस योजना बनाकर उसे धरातल पर उतारेगा।