बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की 132वीं जयंती पर यूपी में एक करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन देकर उनको श्रद्धांजलि दी जाएगी। ये लक्ष्य जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों को दिये। वे गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित विभाग के कार्यालय में हर घर जल, नमामि गंगे, लघु सिंचाई, भूगर्भ जल समेत विभाग के विभन्न कार्यों की समीक्षा करने पहुंचे थे। इस दौरान विभाग की योजनाओं की प्रगति देखकर उन्होंने अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की जयंती को विभाग के समस्त कार्यालयों में मनाया जाएगा। इस अवसर पर सभी जिलों में ग्राम पंचायतवार अधिकारी वहां के स्टाफ के साथ बैठकर पत्तलों पर भोजन करेंगे और बाबा साहब को श्रद्धांजलि देंगे। समीक्षा बैठक में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव, जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार समेत अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: 4 और 11 मई को यूपी के 75 जिलों में होंगे निगम चुनाव, जानिए कब है आपके शहर में वोटिंग
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की हर घर जल योजना के तहत सोमवार तक यूपी में 98,70,651 ग्रामीणों तक नल से जल पहुंचा दिया गया है। जल शक्ति मंत्री ने अधिकारियों को अगले तीन दिनों में 1,29,349 ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य दिया है। विभाग की समीक्षा बैठक में जल शक्ति मंत्री ने गांव-गांव में बन रही ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति के गठन और वाटर एक्शन प्लान के तहत किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली। गांव वालों की सोच को बदलने और जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों के बीच किये जा रहे कार्यों से भी वे संतुष्ट हुए। उन्होंने कहा कि इन्ही गतिविधियों से जल की बचत के लिए बड़े परिवर्तन सामने आएंगे। जल शक्ति मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को संस्थाओं की ओर से संचालित की जा रही गतिविधियों की सघन मॉनीटरिंग के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक की कार्ययोजना को अंतिम रूप प्रदान कर उसपर तेज गति से काम शुरू करने के निर्देश दिये। पानी जांच के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लक्ष्य को पूरा करने पर उन्होंने अधिकारियों की सराहना की। गांव-गांव में युवाओं को प्लंबर, पम्प ऑपरेटर, मोटर मैकेनिक, फिटर, इलेक्ट्रीशियन और मेसन के रूप में तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य पूरा होने पर भी उन्होंने अधिकारियों की पीठ थपथपाई।