उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के अंतर्गत बुधवार को 130 आबकारी निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। ये नियुक्तियां उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा की गई हैं। लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी ने नियुक्ति पत्र बांटा। इस अवसर पर उन्होंने सभी नव चयनित आबकारी निरीक्षकों को बधाई भी दिया। उन्होंने कहा कि दिसम्बर तक 50 हजार और नौजवानों को सरकारी नौकरी मिलेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा- सरकार निरंतर प्रयासरत
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आबकारी विभाग के चयन की इस प्रक्रिया को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पूरी ईमानदारी, पारदर्शी और शुचिता पूर्ण तरीके से करके इस कार्यवाही को सम्पन्न किया है और उप्र सरकार आज सबको सबको नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए शासकीय व्यवस्था का हिस्सा बना रही है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के इस अनमोल क्षण को यादगार बनाने के लिए मैं और विभागीय मंत्री स्वयं आप सबके बीच यहां पर उपस्थित हुए हैं। उन्होंने नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों से भी सुचिता, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी की अपेक्षा की।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक लम्बे समय से आबकारी विभाग प्रदेश के अंदर राजस्व प्राप्ति का एक माध्यम बनता रहा है। कहा कि कानून व्यवस्था के विरुद्ध कोई भी ऐसा आचरण न हो जिसके कारण व्यवस्था भंग होते हुए दिखाई दे। योगी ने कहा कि 130 आबकारी निरीक्षकों की यह नियुक्ति प्रक्रिया शानदार, पारदर्शी और शुचिता पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई है। इसमें न केवल हमारे युवा आए हैं बल्कि युवतियों ने भी आबकारी निरीक्षक के रूप में स्थान प्राप्त किया है। यह हमारे लिए अतिरिक्त प्रशंसा का विषय है। मैं इसके लिए सभी को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार का निरंतर यह प्रयास रहा है कि हम अधिक से अधिक नौकरियों का सृजन कर सकें। युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार और स्वरोजगार को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की चयन प्रक्रिया में कहीं भी भाई भतीजावाद अथवा जातिवाद हावी नहीं होने पाया।
यह भी पढ़ें: ममता ने मोदी सरकार पर लगाया जासूसी का आरोप, तो शुभेंदु अधिकारी ने किया तगड़ा पलटवार
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के युवाओं से भी अपील की है कि वे किसी के बहकावे में न आए। कहा कि पहले युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए कितनी परेशानी होती थी। एक-एक कार्यालय में 10-10 बार जाते थे। पहले तो परीक्षाओं के नाम पर फिर परिणाम के नाम पर तमाम प्रकार से प्रताड़ित करने की व्यवस्था चली आ रही थी। योगी ने कहा कि आज वह नहीं हो सकता है। कोई गलत नहीं कर सकता है और जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो वही गलत कार्य करेगा।