दिल्ली। दोस्त को घर आने से रोकने पर पत्नी ने अपनी बेटी और उसकी सहेली और पति के दोस्त के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव नाले में फेंक दिया था, जिससे उसकी पहचान न हो सके।
मैदान गढ़ी थाना पुलिस को यह शव भाटी गांव में 2 जुलाई को मिला था। मृतक के हाथ पर बने एक टैटू और कैब से मिले दस्तावेजों की मदद से पुलिस ने उसकी पहचान की और बाद में उसके दोस्त मनोज, उसकी पत्नी, बेटी और बेटी की सहेली को शनिववार को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस उपायुक्त अतुल ठाकुर ने 2 जुलाई को भाटी गांव के नाले में पुलिस को एक शव मिला था। नाले से कुछ दूरी पर मिली एक कैब में मिले दस्तावेजों से मृतक की पहचान महेन्द्र के रूप में हुई।
मृतक महेंद्र उर्फ संजय अपने परिवार के साथ डेरा गांव में रहता था। परिवार में बेटी और पत्नी शामिल है। महेन्द्र कैब चला कर अपने परिवार का गुजारा करता था।
पुलिस महेन्द्र के भाई तक जा पहुंची। जहां मृतक के भाई ने बताया कि वह 1 जुलाई को सवारी लेने की बात कह घर से निकला था लेकिन उसके बाद उसका फोन बंद हो गया। जिसके बाद से उससे कोई सम्पर्क नहीं हो पाया। पुलिस मृतक महेन्द्र के घर पहुंची और उसकी पत्नी से पूछताछ शुरू की। पत्नी के बयान पर संदेह होने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। आरोपी महिला ने उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि महेन्द्र के घर उसके दोस्त मनोज का आना जाना लगा रहता था। मनोज ज्यादात्तर महेन्द्र की गैर मौजूदगी में उसके घर आता था। यह बात महेन्द्र को पंसद नहीं थी। जिसके चलते उसने मनोज को घर आने से मना कर दिया था। इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ था।
1 जुलाई को मनोज महेन्द्र को मिला और उसे अपने साथ ले गया। जहां दोनों से शराब पी थी। शराब पीने के बाद वह घर लौटा तो उसकी पत्नी, बेटी और उसकी सहेली ने उसे पकड़ लिया और मनोज ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद मनोज ने शव को पास के नाले में जाकर फेंक दिया था।
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