खून का बदला खून तो न्यायपालिका की क्या जरूरत ?

शाहजहांपुर। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कानपुर एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर खून का बदला खून होने लगे तो भारत की न्यायपालिका पर से लोगों का भरोसा खत्म हो जाएगा, फिर उसकी क्या जरूरत रह जाएगी। कानपुर कांड में इस तरह के एनकाउंटर करना कई राज को दफन करने जैसा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विकास दुबे का एनकाउंटर बदला है न्याय नहीं। सरकार से न्याय की उम्मीद की जाती है बदले कि नहीं। सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं और जनता सवाल पूछ रही है कि सरकार की कार्यशैली और अपराधियों की कार्यशैली में क्या फर्क रह जाता है। अगर खून का बदला खून होगा तो हमारी न्यायपालिका की क्या जरूरत है।

प्रसाद ने कहा कि साथ ही यह भी सवाल उठता है कि वह कौन लोग हैं जो विकास दुबे जैसे कुख्यात अपराधी का एनकाउंटर चाहते थे। जिससे बड़े पदों पर बैठे वो लोग बच जाए जो ऐसे अपराधियों को संरक्षण देते हैं, जो जनता पर कहर बनकर टूटे। इस बात का सरकार को जवाब देना चाहिए।