शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत के घर पर ईडी ने रविवार को छापा मारा था और इस दौरान उसे 11.5 लाख रुपये की कैश रकम मिली थी। एजेंसी का कहना है कि यह रकम अघोषित आय से थी। हालांकि इस मामले में बड़ा ट्विस्ट यह आ गया कि संजय राउत के घर पर मिले कैश में से 10 लाख रुपयों के बंडल पर ‘एकनाथ शिंदे अयोध्या’ लिखा था। अब इस पर राजनीति तेज हो गई है। संजय राउत के भाई सुनील राउत ने कहा कि 10 लाख रुपये की रकम पार्टी फंड के हैं। इनके लिए एकनाथ शिंदे अयोध्या का जिक्र भी था। अब एकनाथ शिंदे गुट ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि यह संजय राउत की चालाकी भी हो सकती है।
‘संजय राउत ने जानबूझकर रखे शिंदे के नाम पर 10 लाख’
एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि संजय राउत बहुत होशियार हैं और हो सकता है कि उन्होंने जानबूझकर एकनाथ शिंदे के नाम पर 10 लाख रुपये रखे हों। केसरकर ने कहा, ‘हो सकता है संजय राउत एकनाथ शिंदे के खिलाफ कुछ करना चाहते हों। इसके लिए वह अयोध्या जाना चाहते हों। संजय राउत ने उसके लिए यह पैसा रिजर्व में रखा होगा। इस पैसे का स्रोत दिखाना होगा। केसरकर ने कहा कि वह इसे दिखाएं, राउत को इसकी जानकारी होगी।’ दीपक केसरकर ने यह भी आशंका जताई कि संजय राउत ने यह पैसा जानबूझकर रखा होगा। इस पैसे पर अगर संजय राउत ने जानबूझ कर एकनाथ शिंदे का नाम लिखा होगा तो यह किसी को पता नहीं चलेगा क्योंकि वह बहुत होशियार और बुद्धिमान हैं। वे कुछ भी कर सकते हैं।
10 लाख रुपयों पर राजनीतिक चर्चाएं भी हुईं तेज
दीपक केसरकर ने स्पष्ट किया कि एकनाथ शिंदे का इस पैसे से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हम लोग जब गुवाहाटी में थे, तब भी यह आरोप लगाए गए थे कि विधायकों को पैसे दिए गए। हमने तब भी कहा था कि हमारे होटल के कमरों और घरों की तलाशी ले ली जाए। इस बीच औरंगाबाद में एक मीटिंग में बोलते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि संजय राउत के घर मिले पैसों पर मेरा नाम है तो उनसे ही पूछ लीजिए। उन्होंने कहा कि मैं गैरजरूरी बातों में नहीं पड़ता हूं। सूत्रों के मुताबिक संजय राउत ने ईडी को बताया है कि 11.50 लाख रुपये की रकम में से 10 लाख पार्टी फंड के हैं। हालांकि इन पर एकनाथ शिंदे का नाम क्यों लिखा था। इस पर चर्चाएं तेज हैं।
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भाई बोले- संजय राउत ही लड़ेंगे, दबने का सवाल नहीं
इस बीच संजय राउत के भाई सुनील राउत ने कहा कि यह कार्रवाई शिवसेना की आवाज को दबाने के लिए है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से हमारी आवाज नहीं दबाई जाएगी। सुनील राउत ने कहा है कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है। संजय राउत की आवाज नहीं रुकेगी। शिवसेना में शिवसैनिकों की आवाज उसी जोश के साथ सुनी जाएगी। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि केवल संजय राउत ही हैं, जो लड़ेंगे और शिवसेना को एक बार फिर गौरव दिलाएंगे।