देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सैन्य कर्मियों की मौत पर यूपी सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गहरा दुःख जताया है। उन्होंने सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवार के प्रति भी संवेदना प्रकट की है।
उन्होंने कहा कि इस दर्दनाक हादसे से पूरा देश स्तब्ध और सदमें में है। इस हादसे के बाद ऐसा कोई भारतीय नहीं है जो कि इस घटना के बाद सदमे में नहीं है। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा देश के पहले सीडीएस और सेना के रणनीतिकार के पहले विपिन रावत देश के सोल्जर थे। विपिन रावत और अन्य सैनिकों का असमय जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरा देश एकजुट है।
श्री सिंह ने बताया 2019 के कुंभ में सीडीएस विपिन रावत तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ प्रयागराज आए थे। संगम पर स्थित किले के अंदर मौजूद अक्षयवट खोलने के लिए उन्होंने सराहनीय पहल की थी। उनके ही प्रयास से कुंभ के पहले आम श्रद्धालुओं के लिए अक्षयवट का खोला जा सका। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अक्षयवट खोलने के लिए सेना से अनुरोध भी किया था। उन्होंने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि उस दौरान उनकी मुलाकात सीडीएस विपिन रावत से हुई थी। श्री सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की बात रही हो या गलवान घाटी में चीन को मुंहतोड़ जवाब देने का मामला रहा हो उन्होंने अपना लोहा मनवाया। इसके साथ ही साथ विपिन रावत भारतीय सेना के कुशल रणनीतिकार भी थे।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा सेना के सर्वोच्च पद पर जाने के बाद भी उनका व्यक्तित्व साधारण था और वह अपने फर्ज को हमेशा याद रखते थे। कहा कि भारतीय सेना और देश की सेवा के लिए सीडीएस विपिन रावत को देश हमेशा याद रखेगा और उनकी कमी हमेशा देश को खलेगी, इसकी भरपाई होना संभव नहीं है।
जनरल बिपिन रावत की मौत पर मुख्यमंत्री योगी ने जताया गहरा दुख
इस अवसर पर श्री सिंह ने शहर पश्चिमी के ताड़बाग, रम्मन का पूरा, नीवा, ट्रांसपोर्ट नगर, अबूबकरपुर में जनता के साथ जनसंवाद किया और श्रम विभाग द्वारा ई पोर्टल पर श्रमिकों को पंजीकरण कराने का आह्वान किया। इस मौके पर पवन श्रीवास्तव, दिलीप सोनी, संजय कुशवाहा, नरेंद्र कुमार आर्य, गणेश दत्त शर्मा, राम सुमेर चौधरी, राम नरेश सरोज, पवन मिश्र, बबलू सहपार, काजल पटेल, महादेव पटेल, राम लोचन साहू, रेखा मौर्या, प्रीति पटेल, अनीता कुमारी, मनीषा देवी, बलवंत राव, दीनानाथ कुशवाहा, रामनरेश पटेल, पिंटू कुशवाहा आदि रहे।