हिमाचल प्रदेश के कुछ जगहों में 6 दिनों तक मौसम खराब बने रहने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र मुताबिक, राज्य के मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ भागों में 15 सितंबर तक भारी वर्षा होने के आसार हैं। हालांकि, मौसम को लेकर किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। विभाग के मुताबिक, राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान मानसून ठीक नहीं रहा है। कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई है। गगल में 45, नगरोटा सूरियां 22, धर्मशाला 17, देहरा गोपीपुर 15, जोगिंद्रनगर और मंडी में 4-4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं, राजधानी शिमला व आसपास के जगहों में आज धूप निकलने के साथ हल्के बादल भी छाए हुए हैं।
मिनिमम तापमान
अबतक शिमला के कई जगहों पर मिनिमम तापमान जैसे कि सुंदरनगर में 21.2, भुंतर में 20.5, कल्पा में 11.1, धर्मशाला में 18.4, ऊना में 24.5, नाहन में 23.2, केलांग में 10.4, पालमपुर में 18.5, सोलन में 19.5, मनाली में 16.6, कांगड़ा में 20.0, मंडी में 20.8, बिलासपुर में 23.9, चंबा में 22.8, जुब्बड़हट्टी में 20.0, कुफरी में 14.5, कुकुमसेरी में 11.6, नारकंडा में 12.7, रिकांगपिओ में 15.0, सेऊबाग में 19.0, धौलाकुआं में 25.6, बरठीं में 23.5, समधो में 13.1, मशोबरा में 15.2, पांवटा साहिब में 26.0, सराहन में 17.0 और देहरागोपीपुर में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इस मानसून सीजन में अब तक 10896 घरों को हुआ आंशिक नुकसान
जानकारी के मुताबिक, इस मानसून में 24 जून से 8 सितंबर तक लगभग 417 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 152 लोगों की सड़कों हादसों में मौत हुई है। अबतक कुल 349 घायल हुए हैं। राज्य में 2560 घर ढह गए हैं। 10896 लोगों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा 318 दुकानों व 5689 गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है। मानसून के मौसम के दौरान अबतक लगभग 8677.35 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब तक राज्य में भूस्खलन की 164 और अचानक बाढ़ की 72 घटनाएं सामने आई हैं।
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