विश्व हिंदू परिषद ने बांग्लादेश में मंदिरों और हिन्दू आराध्य देवों की प्रतिमाओं पर हमले की घटनाओं की घोर निंदा करते हुए आक्रमणकारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई और हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की है। विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने गुरुवार कहा है कि चिटगांव डिवीज़न के कोमिल्ला क्षेत्र में एक दुर्गा पूजा मंडप के बाहर हनुमान जी की प्रतिमा पर रात के अंधेरे में षड्यंत्रपूर्वक कुरान की प्रति रखे जाने तथा सुनियोजित ढंग से जगह-जगह दुर्गा पूजा मंडपों की प्रतिमाओं को चकनाचूर किया जाने से हिन्दू समाज बेहद आहत है। समाचार आ रहे हैं कि वहां हिंदुओं को बर्बरतापूर्वक यातनाएं देने का क्रम जारी है।
हिंदुओं और मंदिरों को बनाया जा रहा निशाना
विहिप नेता ने कहा कि मंदिरों, पूजा मंडपों पर हुए हमलों में अभी तक कम से कम दो हिंदू अल्पसंख्यकों की मृत्यु हो चुकी तथा 500 से अधिक घायल हुए हैं। दुर्गा पूजा त्यौहार के दौरान प्रतिमाओं के निरादर की घटनाएं बांग्लादेश में और भी कई स्थानों पर हुई हैं। स्थानीय उग्रवादी व आतंकी संगठनों के कथित आह्वान के कारण हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। वहां अभी और आक्रमणों के अंदेशे को देखते हुए वहां की स्थितियां और बिगड़ने की संभावना है।
उन्होंने आगे कहा कि इस कारण बांग्लादेश का अल्पसंख्यक समाज और भी भयभीत है। बांग्लादेश सरकार अपने अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जिहादियों पर अंकुश लगाए तथा पीड़ित हिंदुओं के नुकसान की भरपाई और मृतकों व घायलों को उचित मुआवजे की व्यवस्था करे।
यह भी पढ़ें: वीर सावरकर के पोते ने ओवैसी को दिया मुंहतोड़ जवाब, कहा- देश में सिर्फ एक राष्ट्रपिता नहीं हो सकते
परांडे ने कहा कि भारत सरकार के साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं के जान-माल और उनकी धार्मिक मान्यताओं की सुरक्षा के लिये बांग्लादेश सरकार पर उचित कार्रवाई के लिए दबाव बनाना चाहिए।