भले ही कांग्रेस ने पार्टी की महिला इकाई की अध्यक्ष सुष्मिता देव द्वारा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को किसी भी तरह के इस्तीफा भेजे जाने की बात तो नकारा है। लेकिन सोमवार को सुष्मिता ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। मिली जानकारी के अनुसार, तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में सुष्मिता देव ने तृणमूल की सदस्ताया ग्रहण की है।

सुष्मिता देव को तृणमूल दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि बीते 15 अगस्त को सुष्मिता देव ने कांग्रेस की प्रारम्भिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक बयान में कहा है कि सुष्मिता की तरफ से भेजा गया कोई भी पत्र सोनिया गांधी को नहीं मिला है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने सुष्मिता को कॉल भी किया था लेकिन उनका मोबाइल बंद था।
अगले वर्ष असम में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सुष्मिता के शामिल होने को तृणमूल कांग्रेस को मिली बड़ी मजबूती के रूप में देखा जा रहा है। असम विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जोर शोर से लगी तृणमूल कांग्रेस सुष्मिता देव को बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
यह भी पढ़ें: अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट पर चलाई गोलियां, 5 लोगों की मौत
आपको बता दें कि असम राज्य से आने वाली और मूल रूप से बंगाली सुष्मिता देव के पिता स्वर्गीय संतोष मोहन देव पांच बार सिलचर सीट के अलावा दो बार त्रिपुरा पश्चिम सीट से भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine