बेंगलुरू में टीपू सुल्तान और वीर सावरकर के पोस्टर को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। टीपू सुल्तान के पोस्टर फाड़े जाने के बाद शिवमोगा में वीर सावरकर के पोस्टर लगाए जाने पर विरोध तेज हो गया है। मामला चाकूबाजी तक पहुंच गया। इस बीच कर्नाटक पुलिस ने मंगलवार को शिवमोगा में सोमवार को हुई चाकूबाजी के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से तीन लोगों की पहचान नदीम (25), अब्दुल रहमान (25) और जबीउल्लाह के रूप में हुई है। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, पुलिस से बचते समय जबीउल्लाह के पैर में गोली लग गई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने कहा कि नदीम 2016 में शिवमोगा में गणेश जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों में शामिल था। उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों का किसी संगठन से संबंध तो नहीं है। आलोक कुमार ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि घटना सुनियोजित थी।
बिहार में आज शपथ समारोह और सीबीआई बढ़ा रही तेजस्वी की मुश्किल
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर अमीर अहमद सर्कल में विनायक दामोदर सावरकर के पोस्टर लगाने को लेकर विवाद के कुछ घंटे बाद शिवमोगा के गांधी बाजार इलाके में प्रेम सिंह नाम के एक व्यक्ति को चाकू मार दिया गया था। सावरकर और 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाने को लेकर सोमवार को दो गुट आपस में भिड़ गए।