उत्तराखंड: ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश जारी

उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश से प्रदेश में जहां कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है वहीं इससे आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य के कई इलाकों में आवागमन भी बाधित हुआ है। आज भी कुछ जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है जबकि निचले क्षेत्राें में बारिश हो रही है, जिससे लोग घरों में दुबकने को विवश हैं।

मौसम की करवट के चलते उत्तरकाशी जिले में लगातार जारी बारिश और बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पिछले 72 घंटों से यातायात के लिए ठप पड़े हैं। इसके साथ ही जिले की 10 ग्रामीण सड़कें भी आवाजाही के लिए बंद हो गई हैं। सड़कें बंद होने से ग्रामीण इलाकों में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह बर्फबारी और बारिश किसानों के बहुत लाभकारी बताई जा रही है।

भारी बर्फबारी के कारण पिछले कई घंटों से गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह बंद पड़ा है। गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से लेकर गंगोत्री तक करीब 40 किलोमीटर हिस्से पर हुई बर्फबारी के कारण यातायात के लिए ठप पड़ा हुआ है। इसी तरह यमुनोत्री हाईवे रानी टॉप के मध्य 12 किलोमीटर हिस्से में बर्फबारी के कारण बंद है। दोनों हाईवे पिछले 72 घंटों से भी अधिक समय से यातायात के लिए नहीं खुल सके हैं।

बीआरओ (सीमा सड़क बल) और एनएच की मशीनरी बर्फबारी वाले स्थानों पर लगातार हाईवे को खोलने में जुटी हुई हैं, लेकिन मौसम के साथ न देने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उत्तरकाशी में लोनिवि की दो, भटवाड़ी की 3, बड़कोट के तीन, पुरोला की 2 ग्रामीण सड़कें आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद हैं। सड़कें बंद होने के कारण ग्रामीण घरों में कैद होकर रह गए हैं। रोजमर्रा की सुविधाएं जुटाने में ग्रामीणों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।

दुकान के गोदाम में गिरा चट्टानी बोल्डर

बारिश के कारण डुंडा में एक दुकान के गोदाम में पहाड़ी से भारी चट्टानी बोल्डर आ गिरा। छत तोड़ते हुए बोल्डर सीधे गोदाम के भीतर जा गिरा। इससे यहां अफरा-तफरी मच गई। हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

पीड़ित व्यापारी मुकेश नौटियाल ने बताया कि सोमवार को दिनभर हुई भारी बारिश के कारण डुंडा में उनके गोदाम पर पहाड़ी से भारी बोल्डर आ गिरा। गनीमत रही कि गोदाम में कोई नहीं था। सूचना मिलने के बाद राजस्व निरीक्षक भी मौका मुआयना करने वहां पहुंचे। नौटियाल ने पहाड़ी से लगातार गिरते पत्थरों को देखते हुए प्रशासन से यहां सुरक्षा दीवार के निर्माण की मांग रखी।

चमोली जिले में शीत लहर का प्रकोप जारी, पड़ रही कड़ाके की ठंड

चमोली जिले में बीते शुक्रवार से हो रही बारिश और बर्फबारी से शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। कड़ाके की ठंड के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो गये हैं, वहीं जोशीमठ-औली तथा गोपेश्वर-चोपता-उखीमठ, नीति घाटी मोटर मार्ग भी भारी बर्फबारी के चलते रविवार से बंद चल रहे हैं। हालांकि बीआरओ और लोनिवि मार्ग खोलने में जुटा है, लेकिन भारी बर्फबारी में वाहनों के फिसलने के भय से वाहनों की आवाजाही नहीं करवायी जा रही है।

जिले में निचले स्थानों पर बारिश और ऊपरी इलाकों में भारी हिमपात हो रहा है, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। ठंड के कारण लोग अपने घरों से निकल नहीं पा रहे हैं। 15 से अधिक गांवों में भारी हिमपात के चलते लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीण अपने रोजमर्रा के कार्य भी बमुश्किल से कर पा रहे हैं।

हालांकि प्रशासन की ओर से अधिक बर्फबारी वाले गांवों में एक माह का राशन जमा करवाया गया है, लेकिन बावजूद इसके मवेशियों के लिए चारा पत्ती लाना ग्रामीणों के लिए एक मुसीबत बना हुआ है।

सरोवर नगरी में बिछी हिमकणों की सफेद चादर

सरोवर नगरी नैनीताल में शनिवार से चल रहा बारिश व हल्की बर्फबारी का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी है। रविवार पूरी रात नगर में बारिश व ऊंचाई वाली चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा, जबकि सोमवार सुबह नगर में सुबह से घना कोहरा छाया रहा और पूर्वाह्न 10 बजे के करीब से नगर में बारिश के साथ हिमकण गिरे। इससे नगर में बर्फ जैसी सफेद चादर सी बिछ गई। ऊंचाई वाली चोटियों पर बर्फबारी हुई है।

चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, राहुल-प्रियंका के करीबी दिग्गज नेता थामेंगे सपा का दामन

सुबह हिमालय दर्शन क्षेत्र में हिमकणों व बर्फ की वजह से वाहनों का सड़कों पर चलना मुश्किल रहा। कई वाहन सड़क किनारे फिसल गए। ऐसे मौसम में जहां नगर में हाड़ कंपाने वाली ठंड हो रही है और बार-बार बिजली जाने से परेशानी बढ़ रही है वहीं पर्यटन व्यवसायियों के लिए यह मौसम लाभप्रद साबित हो रहा है।