वीरांगना ऊदा देवी का राष्ट्र प्रेम हर भारतीय के लिए अनंत प्रेरणा : राजनाथ सिंह

वीरांगना ऊदा देवी का राष्ट्र प्रेम हर भारतीय के लिए अनंत प्रेरणा : राजनाथ सिंह

लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि वीरांगना ऊदा देवी का राष्ट्र प्रेम अनंतकाल तक भारत के हर नागरिक को प्रेरणा देता रहेगा।राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां सेक्टर-19 वृंदावन कॉलोनी, पासी चौराहे पर वीरांगना ऊदा देवी पासी की प्रतिमा का अनावरण और स्वाभिमान समारोह का उद्घाटन करने के बाद बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि वीरांगना ऊदा देवी का राष्ट्र प्रेम अनंतकाल तक भारत के हर नागरिक को प्रेरणा देता रहेगा।

ऊदा देवी के शौर्य और बलिदान को स्मरण करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ”भारत की नारी शक्ति स्वदेश और स्वधर्म की रक्षा के लिए कभी भी किसी से पीछे नहीं रहीं। आज सैनिक स्कूल के दरवाजे भी लड़कियों के लिए खोल दिए गए हैं।उन्‍होंने कहा, भारतीय महिलाएं सियाचिन से लेकर समंदर की गहराइयों तक देश की सुरक्षा चक्र को और अधिक मजबूत कर रही हैं।

ऑपरेशन सिंदूर की याद दिलाते हुए सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला पायलटों और महिला सैनिकों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

उन्‍होंने कहा कि ऊदा देवी को एक नेतृत्व के रूप में याद किया जाना चाहिए जिन्‍होंने दलित महिलाओं को अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट किया। उन्होंने कहा,मैं निसंकोच कह सकता हूं कि भारत की आन-बान-शान के लिए हर बेटी ऊदा देवी बन सकती है।

राजनाथ सिंह ने ऊदा देवी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अपने पति के शहीद होने के बाद उनकी (ऊदा देवी) हिम्मत टूटी नहीं बल्कि उनके अंदर और ताकत पैदा हुई और प्रतिज्ञा ली कि अपने पति की शहादत का बदला लेकर रहेंगी और उन्‍होंने वह बदला लिया।

सिंह ने कहा कि वीरांगना ऊदा देवी ने अप्रतिम साहस से न केवल अंग्रेजों की सेना को धूल चटाई, बल्कि राष्ट्र प्रेम का ऐसा मानक तैयार किया जो भारत के हर नागरिक को अनंतकाल तक प्रेरणा देता रहेगा।

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, ऊदा देवी ने अकेले ही 36 ब्रिटिश सैनिकों को मार दिया। इतना ही नहीं, जब कोई भारत की ओर आंख उठाकर देखेगा तो भारत की बेटी उसका डटकर मुकाबला कर सकती है, यह प्रेरणा भी वीरांगना ऊदा देवी पासी ने दी।

सिंह ने उनके पराक्रम की कहानी सुनाते हुए कहा कि जब अंग्रेज की एक बटालियन से लड़ते हुए ऊदा देवी शहीद हुईं तो उनके मृत शरीर को देखकर ब्रिटिश अधिकारियों ने झुक कर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया था। उन्होंने कहा कि उस समय के अंग्रेज अधिकारी ने अपना हैट उतारकर वीरांगना को सैल्यूट किया था, यह इतिहास के पन्‍नों में अंकित है।

उन्‍होंने कहा कि वीरांगना ऊदा देवी ने न केवल पासी समाज बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय को उन पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलित समाज से आयी वीरांगना ऊदा देवी ने लखनऊ में अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘दलित समाज से आने वाले एक और महान व्‍यक्ति बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का हमारे लखनऊ से एक खास रिश्ता रहा है। बाबा साहब के लिए गुरु समान भदंत प्रज्ञानंद लखनऊ में रहते थे, लखनऊ को बाबा साहब की स्नेह भूमि के रूप में जानते हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा,आज ऊदा देवी को उनके मातृभूमि के समर्पण के लिए याद करते हैं, लेकिन उनकी गौरव गाथा को दो और वजहों से याद किया जाना चाहिए। पहली ऊदा देवी की कहानी हमें आत्‍मसम्‍मान सिखाती और हमारे अंदर स्वाभिमान की भावना पैदा करती है।

सिंह ने कहा, 1857 की क्रांति के इतिहास में ऊदा देवी पासी ने न केवल अंग्रेजों को चुनौती दी बल्कि उस सामाजिक व्यवस्था को भी चुनौती दी जिसने उनके समाज को सदियों तक हाशिए पर रखा। उन्‍होंने यह सिद्ध किया कि देशभक्ति या वीरता किसी जाति वर्ग या सीमा में नहीं बांटी जा सकती है। लखनऊ की लड़ाई में उन्‍होंने दिखाया कि स्‍वतंत्रता की ज्‍वाला हर हृदय में प्रज्‍ज्‍वलित हो सकती है। व‍ह समाज की सबसे उपेक्षित ही क्‍यों न हो, उसके हृदय में भी देश भक्ति की ज्‍वाला प्रज्‍ज्‍वलित रहती है।

रक्षा मंत्री ने दूसरा संदर्भ सुनाते हुए कहा कि देशभक्ति की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका को ऊदा देवी ने रोशन किया। सिंह ने कहा कि वह हमें याद दिलाती हैं कि यदि महिलाएं बंदूक का उपयोग कर सकती हैं तो युद्ध में लड़ सकती हैं, ब्रिटिश सैनिकों को मार सकती हैं तो वह किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भव्य आयोजन के लिए विधान परिषद सदस्य रामचंद्र प्रधान की सराहना की और कहा कि हर वर्ष इस तरह का एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। उप मुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक, केन्‍द्रीय राज्‍य मंत्री कमलेश पासवान और कार्यक्रम के आयोजक विधान परिषद सदस्य रामचंद्र प्रधान ने भी समारोह को संबोधित किया।