टीएमसी की एमपी महुआ मोइत्रा ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर बड़ा आरोप लगाया है। अपने ट्वीट के कारण विवादों में रहीं टीएमसी एमपी ने राज्यपाल पर आरोप लगाया कि राजभवन में राज्यपाल ने नियुक्ति के दौरान अपने करीबियों और रिश्तेदारों की प्रश्रय दिया है। बता दें कि इसके पहले भी महुआ मोइत्रा राज्यपाल पर लगतार हमला बोलते रही हैं।
बता दें कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ लगातार राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं। आज भी उन्होंने ट्वीट कर राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ध्यान आकर्षित किया है और चुनाव के बाद हिंसा की घटना को मानवता के लिए शर्मशार करार दिया है। राज्यपाल ने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को भी तलब किया है।
नियुक्ति में राज्यपाल ने करीबी और रिश्तेदारों को दी जगह
टीएमसी एमपी महुआ मोइत्रा ने ट्ववीट किया है और ट्वीट में राज्यपाल पर राजभवन में नियुक्ति में करीबियों और रिश्तेदारों को जगह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट के साथ एक डोक्यूमेंट भी शेयर किया है। इस डोक्यूमेंट के अनुसार राज्यपाल के ओएसडी अभ्युदय सिंह शेखावत उनके साला के बेटे हैं। ओएसडी को-ऑर्डिनेशन अखिल चौधरी राज्यपाल के करीबी रिश्तेदार हैं। रूची दूबे, ओएसडी एडमिनिस्ट्रेशन राज्यपाल के पूर्व एडीसी मेजर गौरंग दीक्षित की पत्नी हैं। प्रशांत दीक्षित, ओएसडी प्रोटोकॉल, राज्यपाल के पूर्व एडीसी के साले हैं। कौस्तब एस वालीकर, एसएसडी आई, राज्यपाल के एडीसी श्रीकांत जनार्दन राव, आईपीएस के साले हैं। नवनियुक्त ओएसडी किशन धनखड़ राज्यपाल के करीबी रिश्तेदार हैं।
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पीएम पर भी ट्वीट कर चुकी हैं महुआ मोइत्रा
बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा लगातार ट्वीट कर निशाना साधते रही हैं। ममता और पीएम की बैठक पर महुआ मोइत्रा ने कहा था कि कि देश की जनता सात सालों से 15 लाख रुपए का इंतजार कर रही है। अब, पीएम मोदी को 30 मिनट ही इंतजार करना पड़ा तो इसमें गलत क्या है? महुआ मोइत्रा ने आगे लिखा है कि देश की जनता एटीएम के बाहर घंटों लाइन में खड़ी रही। इस समय कोरोना संकट में वैक्सीनेशन के लिए लोगों को महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है। पीएम मोदी के 30 मिनट के इंतजार पर इतना हंगामा क्यों है?