जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभावित दौरे को देख कृषि विभाग भी सतर्क है। प्रधानमंत्री और किसानों के बीच संवाद की संभावना को देख विभाग ने 8, 9 व 10 दिसम्बर को प्राकृतिक खेती की कार्यशाला माडल ब्लॉक सेवापुरी में आयोजित करने की रूपरेखा बना ली है। कार्यशाला में प्राकृतिक खेती को जमीनी स्तर तक पहुंचाने की कार्य योजना बनाने के साथ जिले के सभी विकास खण्डों में लोक भारती की ओर से किसानों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
उप निदेशक अखिलेश कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों में जागरुकता लाने के लिए सेवापुरी ब्लॉक में “प्राकृतिक कृषि यात्रा” ब्लॉक के हर न्याय पंचायत मे निकाली जायेगी। किसान समृद्धि आयोग के सदस्य व लोक भारती के सम्पर्क प्रमुख श्रीकृष्ण चौधरी ने सेवापुरी ब्लाक सभागार मे आयोजित विभाग के कार्यशाला में बताया कि 11, 12 व 13 दिसम्बर को कार्य योजना के अनुसार जनपद के सभी विकास खण्डों के चयनित किसानों के लिए प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा।
कार्य योजना के अनुसार आगामी 11 दिसम्बर को आराजीलाइन- काशी विद्यापीठ-हरहुआ, 12 दिसम्बर को चिरईगांव- चोलापुर विकास खण्ड व 13 दिसम्बर को पिंडरा व बड़ागांव के किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण सम्बंधित विकास खण्ड में दिया जायेगा। इसी प्रकार 15 व 16 दिसम्बर को अन्नदाता सम्मान सामारोह आयोजित किया जायेगा।
-आयोजित होगी प्राकृतिक खेती की कार्यशाला
कार्यशाला में सेवापुरी के सहायक विकास अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि प्राकृतिक खेती को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आगामी 8, 9 व 10 दिसम्बर को प्राकृतिक खेती कार्यशाला का आयोजन भी प्रस्तावित है। आठ दिसम्बर को बरेमा, रैसीपुर, हाथी, भिटुकरी न्याय पंचायत, 9 दिसम्बर को देईपुर, नेवादा, लेड़ुवाई, कपसेठी न्याय पंचायत और 10 दिसम्बर को बाराडीह, बरकी, लोहराडीह, ठहरा न्याय पंचायत के किसानों की कार्यशाला प्रस्तावित है। एक दिन में चार न्याय पंचायतों के किसानों की कार्यशाला का आयोजन चयनित किसी एक न्याय पंचायत में आयोजित की जायेगी।
-उप कृषि निदेशक ने किसानों से कार्यशाला में भाग लेने का किया आह्वान
सेवापुरी ब्लॉक सभागार में आयोजित कार्यशाला के समापन समारोह में जिले के उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह ने क्षेत्रीय कर्मचारियों व उपस्थित किसानों से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा की प्राकृतिक खेती को किसानों के खेत तक पहुंचाने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे, साथ कृषि की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए प्राकृतिक खेती को एक जन जागरुकता अभियान का स्वरूप देना होगा।
कार्यशाला में रीता जायसवाल, सुमित खरे, झांसी के श्याम विहारी, गो सेवा प्रमुख अरविंद सिंह, राम आसरे सिंह, डॉ डी. पटेल, चोलापुर के बीटीएम देवमणि त्रिपाठी, रमाशंकर सिंह, प्रदीप, आशीष सिंह आदि उपस्थित रहे।