उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में बीजेपी ने शनिवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। इसके बाद टिकट बटवारे को लेकर कई जगह से तनातनी की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं हाथरस में टिकट बंटवारे को लेकर घर में ही कलह शुरू हो गई है। इसमें प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के परिवार में कलह खुलकर सामने आ गई है। बीजेपी ने रामवीर उपाध्याय के छोटे भाई मुकुल की पत्नी रितु को वार्ड नंबर 14 से जिला पंचायत सदस्य के लिए टिकट दिया है। इसके बाद रामवीर उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने छोटे भाई पर कई आरोप लगाए।
वहीं मुकुल अपने भाई से गुहार लगाते रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विनोद उपाध्याय, रामेश्वर उपाध्याय जिला पंचायत चुनाव की तैयारियों में लगे थे। विनोद के कहने पर ही फैसला हुआ कि वार्ड नंबर 14 ने कल्पना को चुनाव लड़ाया जाए। विनोद और सरोज सादाबाद और सहपऊ वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं। रामवीर ने कहा कि जिस भाई को मैंने पाला बड़ा किया और एक मुकाम तक पहुंचाया वो भाई ऐसा करेगा, कभी सपने में भी उन्होंने नहीं सोचा था।
पूर्व मंत्री ने भाई पर लगाए आरोप
रामवीर ने कहा कि साल 2004 में मुकुल को इगलास विधानसभा से विधायक चुने गए। लेकिन वो कभी जनता के बीच नहीं गए। चुनाव के समय भी कई झगड़े हुए। लेकिन उन्होंने कभी मुकुल को उन गांवों में नहीं भेजा, वे खुद उन गांवों में जाकर प्रचार करते थे जहां झगड़े की आशंका होती। इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि मुकुल के चुनाव के लिए उन्होंने करोड़ों रुपए खर्च किए थे।
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उन्होंने बताया की मुकुल को चुनाव लड़ाने के लिए उनकी गाजियाबाद, अलीगढ़ा और लखनऊ की कोठी तक बिक गई। रामवीर ने ऐलान कर दिया है कि वार्ड नंबर 14 से सीमा उपाध्याय भी चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने अपील की है कि लोग सीमा को चुनाव जितवाएं।