उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही विवादों का दौर शुरू हो आया है। जहां एक ओर अयोध्या जमीन घोटाला सुर्ख़ियों में है वहीं दूसरी तरफ अब समाजवादी पार्टी का नया गाना विवादों में घिर गया है। दरअसल, 2022 विधानसभा चुनाव के लिए सपा द्वारा एक नया गाना रिलीज किया गया है जिसके बोल ‘अखिलेश आ रहे हैं’ हैं। 5 मिनट 26 सेकंड के इस गाने में एक जगह अखिलेश यादव को भगवान कृष्ण से जोड़ा गया है जिसपर अब विवाद खड़ा हो गया है।
‘मुरलीधारी कृष्ण बदलकर वेश आ रहे हैं’
सोशल मीडिया पर रिलीज किए गए इस गाने में एक जगह ‘मुरलीधारी कृष्ण बदलकर वेश आ रहे हैं, अखिलेश आ रहे हैं’ बोला गया है। अब इसपर खूब टिपण्णी की जा रही है। लोगों का कहना है कि इस गाने में अखिलेश यादव को भगवान कृष्ण से जोड़ा जा रहा है, ये गलत है। कुछ यूजर्स ने तो यहां तक लिखा दिया है कि ‘भगवान कृष्ण दही-मक्खन चुराते थे लेकिन अखिलेश यादव टोंटी चुराते हैं’।
धार्मिक भावनाओं से खेलने की इज़ाज़त किसी को नहीं: कांग्रेस
वहीं इस गाने और विवाद पर कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा है कि किसी भी नेता-पार्टी को धार्मिक भावनाओं से खेलने की बिलकुल इज़ाज़त नहीं है। उन्होंने कहा है कि इस तरह की बातें आमजनमानस को ठेस पहुंचाती हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘अखिलेश यादव भगवान कृष्ण से ऊपर हैं जो उन्होंने भगवान का रूप रख लिया।’ उन्होंने भाजपा पर भी तंज कसते हुए कहा, ‘जब राम मंदिर का शिलान्यास हो रहा था उस वक्त एक फोटो आई थी जिसमें प्रधानमंत्री भगवान राम को लेकर जा रहे हैं।’ ये सब गलत है।
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कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि चाहे भाजपा हो या सपा, इन्हें अहंकार है, ये लोग खुद को भगवान जैसा समझने लग गए हैं। अंशु अवस्थी ने कहा है कि कांग्रेस मांग करती है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को माफ़ी मांगनी चाहिए।