मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन में एक बार फिर मातम पसर गया। इसकी वजह वह आंदोलित किसान है जिसकी आंदोलन के दौरान ही मौत हो गई। इस किसान की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। हालांकि, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना सोनीपत-कुंडली बॉर्डर की है। मृतक किसान का नाम मनोज शर्मा बताया जा रहा है।
आंदोलित किसान की मौत की जांच शुरू
मिली जानकारी के अनुसार, सोनीपत-कुंडली बॉर्डर पर लंबे वक्त से धरना दे रहे किसान मनोज शर्मा संदिग्ध अवस्था में मृत पाया गया है। बताया जा रहा है कि मृतक किसान सोनीपत के गांव खानपुर कला का ही रहने वाला था। 35 वर्षीय मनोज शर्मा लंबे वक्त से कुंडली बॉर्डर पर धरना दे रहा था, वह भारतीय किसान पंचायत संगठन के बैनर तले यहां पर रुका हुआ था।
बताया जा रहा है कि यह आंदोलित किसान बीती रात खानाखाकर अपने टेंट में सोने चला गया। जब काफी देर तक वह उठा नहीं, तो उसके साथी किसान टेंट के भीतर पहुंचे जहां वह अचेत अवस्था में पाया गया। बाद में मौके पर पहुंचे डॉक्टर की टीम ने जांच कर usहुए मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस थाना में तैनात हेड कॉन्स्टेबल भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि केएफसी मॉल के सामने चल रहे आंदोलन में एक आंदोलित किसान की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को दे दिया जाएगा।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन को एक साल से अधिक हो गया है, इस दौरान कई आंदोलित किसानों की मौत भी हुई है। किसान संगठनों और भारत सरकार के बीच कई बार बातचीत भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका