विश्व हिन्दू परिषद का यह सुविचारित मत है कि हिन्दू मंदिरों का संचालन पूर्णता हिन्दू समाज को ही करना चाहिए। सरकारी कब्जे से मंदिरों को मुक्ति मिलनी चाहिए। मंदिरों की संपत्तियों, वहाँ आये हुए दान का हिन्दुओं के लिए, मंदिर के रखरखाव के लिए तथा हिन्दू धार्मिक प्रचार के लिए उपयोग हो। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) इसके समाज का व्यापक जागरण, न्यायालय में प्रयास ऐसे सभी दृष्टिकोण से प्रयास करेगा। यह बातें शुक्रवार को केंद्रीय महामंत्री, विश्व हिन्दू परिषद मिलिंद परांडे ने कहीं।
सेक्युलर होकर भी सरकारें हड़प रहीं हिन्दू धर्मस्थानों को
उल्लेखनीय है कि हाल ही में दशहरे वाले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने इस मुद्दे को अपने उद्बोधन में प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने कहा था, “सेक्युलर” होकर भी केवल हिन्दू धर्मस्थानों को व्यवस्था के नाम पर दशकों शतकों तक हड़प लेना, अभक्त, अधर्मी, विधर्मी के हाथों उनका संचालन करवाना आदि अन्याय दूर हों। हिन्दू मंदिरों का संचालन हिन्दू भक्तों के ही हाथों में रहे तथा हिन्दू मंदिरों की सम्पत्ति का विनियोग भगवान की पूजा तथा हिन्दू समाज की सेवा तथा कल्याण के लिए ही हो, यह भी उचित व आवश्यक है। इस विचार के साथ ही हिन्दू समाज के मंदिरों का सुयोग्य व्यवस्थापन तथा संचालन करते हुए, मंदिर फिर से समाज जीवन के और संस्कृति के केन्द्र बनाने वाली रचना हिन्दू समाज के बल पर कैसी बनाई जा सकती है, इसकी भी योजना आवश्यक है।
ईसाई मिशनरीज़ का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन जारी
पत्रकारों से बातचीत में मिलिंद परांडे ने कहा कि हिन्दुओं के मतान्तरण का ईसाई मिशनरीज़ द्वारा प्रलोभन देकर, झूठ बताकर प्रयास यह एक राष्ट्रीय स्तर की समस्या है। उसके लिए हम एक केंद्रीय क़ानून की भी माँग करते हैं । लव जिहाद की समस्या भी इस क़ानून के अंतर्गत आनी चाहिए। अकाल तख़्त तथा शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी द्वारा पंजाब में ईसाई मिशनरियों के किये जानेवाले षड्यंत्रों पर वक्तव्य भी इस गहराते हुए ख़तरे की ओर साफ संकेत दे रहा है।
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर मोदी सरकार बनाए शेख हसीना पर दबाव
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर चल रहे निरंतर अत्याचारों के विरुद्ध विश्व हिन्दू परिषद ने कल यानी गुरुवार 21अक्टूबर को देश भर में प्रदर्शन किये हैं । देश के अधिकांश जिलों की प्रतिक्रिया एक समान है। सभी जगह बांग्लादेश के वर्तमान हालात में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर आक्रोश है। मिलिंद परांडे ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार पर दबाव डालने का प्रयास करे । बांग्लादेश की यह भयानक घटनाएँ नागरिक संशोधन कानून (सीएए) की सार्थकता और आवश्यकता पुन: बताने के लिए पर्याप्त हैं।
विहिप के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि रात के अंधेरे में चटगांव मंडल के कोमिला क्षेत्र में षड्यंत्रपूर्वक कुरान के अपमान की बात फैलाई गई थी। इसके बाद हमलावरों ने कई जगहों पर मंदिरों में तोड़ फोड़ शुरू कर दी थी। उसके बाद से लगातार बंग्लादेश से हिंदू अल्पसंख्यकों पर क्रूर अत्याचार और उत्पीड़न का सिलसिला जारी है । यह तत्काल रुकना ही चाहिए।
यूएन की चुप्पी पर भी विश्व हिन्दू परिषद ने उठाए सवाल
इसके साथ ही परांडे का कहना यह भी था कि जरा-जरा से मामलों पर भी स्वत: संज्ञान लेने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा, जब भी हिंदुओं के मानवाधिकारों की बात आती है, ये संगठन कार्रवाई करने से क्यों शर्माते हैं। उन्होंने सभी हिन्दू संगठनों से इसे विश्व स्तर पर पुरजोर तरीके से उठाने का आह्वान किया। वहीं, साथ में यह भी जोड़ा कि वर्तमान हालात को देखते हुए बांग्लादेश में स्थिति और खराब होने की आशंका है, क्योंकि स्थानीय आतंकवादी संगठनों द्वारा इस तरह के हमले हिन्दू समुदाय पर करने की कथित अपील जो की गई है।
यह भी पढ़ें: आग की लपटों से घिरी मुंबई की 60 मंजिला इमारत, अफरा-तफरी के बीच राहत बचाव कार्य जारी
उन्होंने कहा कि इससे बांग्लादेश का अल्पसंख्यक समुदाय और भी ज्यादा डरा हुआ है । इसलिए आज विश्व हिन्दू परिषद यह मांग करती है कि बांग्लादेश सरकार को अपने अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही कट्टरपंथी जिहादियों पर अंकुश लगाना चाहिए। वह मृतक हिंदुओं के परिवार को सुरक्षा देने के साथ उनकी और ऐसे सभी हिन्दुओं को जिनकी संपत्ति का नुकसान हुआ है या जो घायल हैं, उन्हें पर्याप्त आर्थिक सहायता मुहैया कराए।
श्रीरामजन्मभूमि परिसर में मंदिर नींव के निर्माण का कार्य हुआ पूरा
मिलिंद परांडे ने बताया कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में मंदिर की नींव के निर्माण का कार्य लगभग संपन्न हो गया है। अभी प्रत्यक्ष मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। दिसम्बर 2023 तक भगवान श्री रामलला गर्भगृह में विराजमान हो जाएँगे, ऐसा हम सभी का विश्वास है। इस पत्रकार वार्ता में क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी, प्रान्त मंत्री पप्पू जी वर्मा, प्रान्त उपाध्यक्ष ब्रजेश चौहान भी उपस्थित रहे ।