आम आदमी की जेब पर लगातार महंगाई की मार पड़ रही है, आए दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा हो रहा है। कच्चे तेल में जारी तेजी की वजह से जल्द ही भारतीय बाजार में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के पार जा सकती है। डीजल की कीमत भी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान है। ऊर्जा विशेषज्ञों ने यह अनुमान जताया है।
इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि ओपेक देशों द्वारा आपूर्ति घटाने और दुनियाभार में लॉकडाउन खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल की मांग बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड कच्चा तेल 60 डॉलर प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार चला गया है। कच्चे तेल के भाव में 1 जनवरी से अबतक 18 फीसदी का उछाल आ चुका है। एक महीने में ब्रेंट की क्रूड की कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने का अनुमान है। अप्रैल के अंत तक कच्चा तेल 75 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। अगर कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल के पर निकला तो भारतीय बाजार में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल जाएगी। डीजल की कीमत भी इसी अनुपात में बढ़ोतरी होगी।
अप्रैल अनुबंध में उछाल आया
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में मंगलवार को बीते सत्र से 0.58 फीसदी की तेजी के साथ 61.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 58.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
10 माह में करीब 17 रुपये की बढ़ोतरी
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि इस साल जनवरी और फरवरी में महज 13 दिन ही पेट्रोल 03.59 रुपये महंगा हो गया है। बीते 10 महीने में ही पेट्रोल के दाम में करीब 17 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है। पेट्रोल के साथ साथ डीजल की कीमत भी रिकार्ड बनाने की राह पर अग्रसर है। इस साल डीजल 03.61 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। पिछले 10 महीने में ही इसके दाम में 15 रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
इस तरह कच्चे तेल में आया उछाल
महीना प्रति बैरल कीमत (डॉलर में)
मार्च, 2020 20.35
अप्रैल, 2020 18.61
मई, 2020 33.50
जून, 2020 39.40
जुलाई, 2020 40.23
अगस्त, 2020 42.90
सितंबर, 2020 39.80
अक्तूबर, 2020 35.46
नवंबर, 2020 45.35
दिसंबर, 2020 48.46
जनवरी, 2021 52.23
फरवरी, 2021 60.55
स्रोत: केडिया कमोडिटी
इन पांच कारणों से आई तेजी
1. आपेक और सहयोगी देशों द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन घटाना
2. कोरोना के मामले घटने और सरकारों द्वारा प्रोत्साहन पैकेज से तेल की मांग में उछाल
3. अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडेन द्वारा अमेरिका में शेल द्वारा कच्चा तेल का उत्पादन घटाने का संकेत
4. अधिकांश मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी से भी कच्चे तेल को समर्थन
5. दुनियाभर में जारी भू-राजनीतिक तनाव के कारण भी कच्चे तेल में तेजी जारी
दिल्ली में पेट्रोल 87 रुपये के पार
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मंगलवार को फिर इजाफा हुआ, जिसके चलते इन पेट्रोलियम उत्पादों के दाम नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 87.30 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 93.83 रुपये प्रति लीटर हो गई। इसी तरह दिल्ली में डीजल का भाव बढ़कर 77.48 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 84.36 रुपये प्रति लीटर हो गया।
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घर का बजट बिगड़ेगा
बीते एक साल के दौरान और खास तौर पर कोविड काल में घर का अधिकांश सामान महंगा हुआ है। लोग सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडर का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए सब्सिडी करीब-करीब खत्म ही हो गई है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत घर का बजट बिगाड़ने और महंगाई बढ़ाने का काम करेगा।