लखनऊ। मध्यप्रदेश के राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती राखी बांधती थीं और उन्हें अपना राखी भाई मानती थीं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के चर्चित दो जून 1995 के लखनऊ गेस्ट हाउस कांड के समय श्री टंडन ने स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के साथ मिलकर मायावती की जान बचाई थी। यही कारण है कि सुश्री मायावती उन्हेंं अपना भाई मान बैठी थीं और राखी बांधती थीं।