गलती एक बार होती है, बार-बार नहीं। अराजकता की पर्याय। माफियाओं (मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद आदि) और भ्रष्टाचारियों (गायत्री प्रजापति, इंजीनियर यादव सिंह आदि) की सरपरस्त। आतंकियों की पैरोकार। देश की एकता एवं अखंडता की कीमत पर भी तुष्टिकरण की राजनीति को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) को सत्ता देकर अंजाम भुगत चुकी है। लिहाजा अब वह दही के धोखे में कपास खाने से रही।
यह बातें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज यहां जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों में सपा की हार सुनिश्चित है। बाकी मंच से अखिलेश चाहे जो दावे कर लें। सच यही है कि ‘अंधे के हाथ बार-बार बटेर’ नहीं लगती। इस चुनाव में उन्होंने गठबंधन के नाम पर ‘भानुमति के कुनबे’ की तरह जो ठगबंधन बनाया है उसका चुनावों में सपा को निर्णायक हार मिलने के बाद बिखरना सुनिश्चित है।
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कहावत है कि ‘अच्छा बोओ, अच्छा काटो’। अखिलेश ने कभी यह किया ही नहीं। वह तो सत्ता पाने के लिए जहर की खेती करते रहे। अपनी जहरीली जुबान के जरिए अपनी इस खेती को लगातार खाद-पानी देते रहे। उत्तर प्रदेश की प्रबुद्ध जनता सपा में छिपे जहरीले सांप से भली-भांति वाकिफ हो चुकी है। लिहाजा अब वह सपा को कभी भी मौका देने से रही।