वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रावण मास में दूसरी बार काशी के दौरे पर पहुंचे। सीएम ने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक किया और कड़े निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गतिमान विकास परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी तरह की आपराधिक सूचना पर तत्काल कार्रवाई की जाय। पेशेवर एवं आदतन किस्म के अपराधियों पर प्राथमिकता पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। सीएम ने जिलाधिकारी को पांडेयपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज एवं विधानसभा पिंडरा में होम्योपैथिक कालेज के निर्माण कार्य को जल्द शुरू कराने के लिए निर्देशित किया।
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने सीएम को शहर में निर्माणाधीन परियोजनाओं की जानकारी दी । जिलाधिकारी ने बताया कि एनएचएआई द्वारा रिंग रोड फेज-2 का कार्य कराया जा रहा है। गंगा में जलस्तर वृद्धि के चलते उसके पूल एवं संपर्क मार्ग के एक लेन का कार्य अब फरवरी 2025 तक पूर्ण हो जायेगा। मोहनसराय से कैंट तक 6 लेन सड़क चौड़ीकरण के कार्यों में लगातार देरी पर मुख्यमंत्री द्वारा लोक निर्माण विभाग को आदेशित किया गया कि अतिरिक्त प्रयास करते हुए परियोजना को पूरा करें, जिससे उसका लाभ जनता को मिल सके।
मुख्यमंत्री द्वारा लहरतारा- बीएचयू-विजया सिनेमा तक फोर लेन सड़क चौड़ीकरण एवं सुधारीकरण के कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने को निर्देशित करते हुए कार्य में तेजी लाने को कहा गया। उन्होंने आरओवी, कज्जाकपुरा के निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर तेजी से पूर्ण कराए जाने के साथ ही रेलवे उपरगामी सेतुओं को मानक के अनुरूप बनाए जाने का आदेश दिया।
सीएम ने जिलाधिकारी को पांडेयपुर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज एवं विधानसभा पिंडरा में होम्योपैथिक कालेज के निर्माण कार्य को जल्द शुरू कराने के लिए निर्देशित किया। रामनगर में लोक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सीवरेज लाइन को जल्द दुरुस्त कराने के लिए कहा । मार्कंडेय महादेव के पास लोक निर्माण विभाग की प्रस्तावित सड़क को संबंधितों से वार्ता कर आगे बढ़ाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी को हरिश्चन्द्र घाट पर आने-जाने में हो रही समस्या के समाधान का सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं ग्राम पंचायतो में टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर कार्यों के सरलीकरण पर जोर दिया। ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी जोर दिया तथा कहा कि पहले कुछ ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाकर मॉडल के रूप में पेश किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से जन सुनवाई करने, जनता से संवाद बनाने व उनकी समस्याओं को नोट कर अविलम्ब निपटाए जाने हेतु निर्देशित किया।
अधिकारी, जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागों में अंतरविभागीय समन्वय अति आवश्यक है। संबंधित विभाग आपस में बैठकर प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाएं तथा समन्वय से कार्य करें। इससे प्रोजेक्ट की लागत भी कम होगी व कार्य भी समय से पूर्ण होगा।
उन्होंने विशेष रूप से लोक निर्माण विभाग व राजकीय निर्माण निगम के कार्यों में तेजी लाकर उन्हें समय से पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। ग्रामीण पेयजल की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन के कार्यों में और सुधार लाते हुए परियोजनाओं को समय से गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया। सीएम ने सिंगल यूज प्लास्टिक से शहर को पूरी तरह मुक्त करने, शहर में ड्रेनेज, स्वच्छता, कूड़ा कलेक्शन, जल जमाव आदि समस्याओं को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों को ठीक रखने व बारिश में किसी भी दशा में करेंट न उतरने पाए आदि की व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने जनपद में चल रहे प्रत्येक विकास कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नामित करने के साथ ही इसकी साप्ताहिक समीक्षा कर प्रगति सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं ग्राम पंचायतों में तकनीक का प्रयोग कर कार्यों के सरलीकरण पर जोर दें। ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी जोर दिया तथा कहा कि पहले कुछ ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाकर मॉडल के रूप में पेश किया जाय। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से जन सुनवाई करने, जनता से संवाद बनाने व उनकी समस्याओं को नोट कर उन्हें अविलम्ब निपटाए जाने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागों में अंतरविभागीय समन्वय अति आवश्यक है।
संबंधित विभाग आपस में बैठकर प्रोजेक्ट का डीपीआर बनाएं तथा समन्वय से कार्य करें, इससे प्रोजेक्ट की लागत भी कम होगी व कार्य भी समय से पूर्ण होगा। उन्होंने विशेष रूप से लोक निर्माण विभाग व राजकीय निर्माण निगम के कार्यों में तेजी लाकर उन्हें समय से पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। ग्रामीण पेयजल की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन के कार्यों में और सुधार लाते हुए परियोजनाओं को समय से गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया।
सीएम ने सिंगल यूज प्लास्टिक से शहर को पूरी तरह मुक्त करने ,शहर में ड्रेनेज, स्वच्छता, कूड़ा कलेक्शन, जल जमाव आदि समस्याओं को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों को ठीक रखने व बारिश में किसी भी दशा में करेंट न उतरने पाए आदि की व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने जनपद में चल रहे प्रत्येक विकास कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नामित करने के साथ ही इसकी साप्ताहिक समीक्षा कर प्रगति सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी धर्मेंद्र राय, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुनील पटेल, विधायक टी राम सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।