उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने की कवायद में जुटे राजनीतिक दल जातिवाद की सियासी रणनीति बनाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली में पूर्व सांसद फूलनदेवी की मूर्ति लगाने की कयावाद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आगामी 20 सितंबर को सपा के बड़े नेताओं की उपस्थिति में इस मूर्ति का अनावरण किया जाएगा। आपको बता दें कि इसके पहले वीआईपी मुखिया मुकेश साहनी भी ऐसा ही असफल प्रयास कर चुके हैं।
सपा के ऐलान के बाद पुलिस चौकन्नी
मिली जानकारी के अनुसार, अपनी मूर्ति पॉलिटिक्स को आगे बढ़ाते हुए सपा रायबरेली में पूर्व सांसद फूलन देवी की मूर्ति लगाने जा रही है। 20 सितंबर को पार्टी के बड़े नेताओं की उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण होना है। हालांकि प्रशासन ने भी बिना अनुमति किसी मूर्ति की स्थापना नहीं करने का आदेश दिया है। वहीं सपा भी पीछे नहीं होने को राजी है।
गौरतलब है कि जिले के ऊंचाहार में निषाद बाहुल्य गांव खंदारीपुर हैं। यहां 20 सितंबर को पूर्व सांसद स्व फूलन देवी की मूर्ति स्थापना की तैयारी जोर शोर से चल रही है। मूर्ति अनावरण के समय सपा के विधायक मनोज़ पांडे व सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप भी मौजूद रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में निषाद वोटों की निर्णायक भूमिका रहती है और इस मूर्ति पॉलिटिक्स के सहारे निषादों को भी साधने की तैयारी है। जब इस तैयारी की भनक पुलिस को लगी तो उसने बिना अनुमति किसी भी मूर्ति को न लगाने की चेतावनी दे दी।
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वहीं गांव के प्रधान अनिल कुमार का कहना है कि कुछ लोग मूर्ति लगवाना चाह रहे हैं,इसमें ग्राम पंचायत की कोई भूमिका नहीं है। दूसरी तरफ थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह का कहना है कि इसपर नजर रखी जा रही है,सभी को बता दिया गया है कि बिना प्रशासन की अनुमति के कोई भी मूर्ति नहीं लगाने दी जाएगी।