उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में ज्वेलरी शाप में डकैती के आरोपी मंगेश यादव की एनकाउंटर में मौत को लेकर सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मंगेश को उसकी जाति देखकर मारा गया है। उन्होंने इसे नकली एनकाउंटर बताया। सपा इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से उठा रही है। वहीं जौनपुर में शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष विधानमंडल दल लाल बिहारी यादव एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव के परिवार से मुलाकात करने मंगेश के घर पहुंचे।
शुक्रवार सुबह जौनपुर के थाना बक्सा स्थित गांव अगरौरा पहुंचे। मंगेश यादव के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिए। सपा ने इस एनकाउंटर में शामिल पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग भी की है।
मंगेश यादव पिछले दिनों 28 अगस्त को सुल्तानपुर में एक ज्वैलरी की दुकान पर हुई डेढ़ करोड़ की डकैती की वारदात में शामिल था। जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
इससे पहले सोमवार को पुलिस ने एनकाउंटर में तीन आरोपियों को पकड़ा था। तीनों के पैर में गोली मारी थी। बुधवार देर रात पुलिस को मंगेश यादव की लोकेशन मिली, जिसके बाद सुबह करीब चार बजे मिश्रपुर पुरैना के पास एसटीएफ को बदमाश की लोकेशन मिली।
पुलिस का दावा है कि घेराबंदी के दौरान मंगेश यादव ने फ़ायरिंग की। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में मंगेश गोली लगने से घायल हो गया। उसे सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगेश पर एक लाख का इनाम था। उस पर लूट-डकैती के कई मुकदमें दर्ज थे।