लोनी के बुजुर्ग तांत्रिक को पीटने वाला वायरल वीडियो प्रकरण को सांप्रदायिक रंग देने के आरोपित उम्मेद पहलवान को कई घंटों की पूंछतांछ के बाद लोनी बॉर्डर पुलिस ने रविवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सेकेंड) की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया। जहां से उसे अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
उधर पुलिस पूंछतांछ में उम्मेद ने कुबूल किया कि वीडियो वायरल की आड़ में उसने अपनी राजनीति ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए यह षड्यंत्र रचा। इस षड्यंत्र में उसके तीन अन्य साथी भी शामिल थे।
पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार पाठक ने कहा कि इस षड्यंत्र में शामिल अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। उम्मेद पहलवान ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए ही बुजुर्ग तांत्रिक अब्दुल समद के वायरल वीडियो की आड़ में देश का सांप्रदायिक सद््भाव बिगाड़ने का षड्यंत्र रचा था।
उन्होंने बताया कि आरोपित ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस के समक्ष अपने गुनाह स्वीकार किया है। पूंछतांछ के दौरान पहले तो इधर-उधर की बात करके पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन पुलिस के पास मौजूद तथ्यों को देखकर वह टूट गया और कबूला कि बुजुर्ग तांत्रिक को गुमराह करके वही लोनी बॉर्डर थाना लेकर आया था और अपने हिसाब से अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
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उन्होंने बताया कि उम्मेद इस वीडियो के सहारे सांप्रदायिक उन्माद फैलाकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करना चाहता था। उम्मेद ने इस पूरे प्रकरण का ठीकरा बुजुर्ग तांत्रिक अब्दुल समद के सर फोड़ने की कोशिश भी की। उसने पुलिस के समक्ष यह भी खुलासा किया कि इस साजिश में उसके साथ तीन और लोग शामिल थे। जिनकी तलाश में पुलिस जुट गई है।