हरियाणा के पलवल जिले में सेना के नाम को डुबोने और खाकी को दागदार करने वाले पुलिसकर्मी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को देश के सेना से संबंधित और ठिकानों की जानकारी तस्था दस्तावेज उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित पिछले करीब डेढ़ साल से पलवल में हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। जिसको शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर छह दिन के रिमांड पर लिया गया है।
सिपाही से पहले भारतीय सेना में था आरोपी
पलवल पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात सुरेंद्र पुत्र रामचंद्र को कैंप थाना पुलिस ने पाकिस्तान स्थित आईएसआई के एजेंट से संबंध रख अपने देश की आर्मी की अलग-अलग रेजीमेंट्स की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण गोपनीय जानकारियां साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
आरोपित संजय 28 जून 1993 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था और 30 जून 2017 को आर्मी से ऑर्डिनरी सूबेदार के पद से रिटायर होने के बाद 8 मार्च 2019 को हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हुआ था, जिसकी पलवल जिला सचिवालय में वार्ड में ड्यूटी लगाई हुई थी। यहीं पर तैनाती के समय संदिग्ध गतिविधियों के चलते उस पर निगरानी रखी गई और तत्पश्चात आरोपों की पुष्टि होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कैम्प पुलिस ने आरोपित को शुक्रवार को अदालत में पेश किया, जिसमें पुलिस को छह दिनों के रिमांड मिला है। रिमांड के दौरान उसकी हर छोटी बड़ी गतिविधि का और फेसबुक पर पिछले दिनों की गई तमाम सेटिंग का डाटा तैयार किया जाएगा।
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कैम्प थाना प्रभारी विनोद कुमार के अनुसार पिछले करीब दो-तीन वर्षों से वह फेसबुक के जरिए आईएसआई की महिला एजेंट के संपर्क में था जिसने पिछले दिनों उसके खाते में करीब 70 हजार रुपये भी ट्रांसफर किए थे, यह भी जानकारी मिली है। दिवाली पर उसकी महिला मित्र ने कुछ गिफ्ट भी भिजवाए थे। अब क्या गिफ्ट हैं इसकी जानकारी रिमांड के दौरान उससे ली जाएगी।
आईएसआई से संबंध रखने वाली और प्रेरित महिला का नाम अमिता एमीनी बताया गया है। आरोपी सिपाही मूल रूप से झज्जर के खान सिरौली थाना साल्हावास का रहने वाला है। फिलहाल वह अंबाला के वंदना एनक्लेव में प्लॉट नंबर 58 में अपने परिवार के साथ रह रहा है।