उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सपा नेता अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि महिला सुरक्षा के बारे में उनके विचार ‘नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली’ इस कहावत को चरितार्थ करते हैं।

गुरुवार को यहां जारी एक बयान में सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हाथरस कांड की बात करने वाले अखिलेश को ये याद दिलाना पड़ेगा कि बदायूं कांड में दो युवतियों द्वारा रेप के बाद आत्महत्या, बुलंदशहर में हाईवे पर महिला से बलात्कार और ऐसी तमाम घटनाएं उन्हीं के मुख्यमंत्रित्व काल में हुईं थीं। ये उन्हें भले ही न याद हो पर प्रदेश की जनता को अच्छे तरीके से याद है।
सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि 2 जून 1995 का गेस्ट हाउस कांड तो समाजवादी पार्टी के लिए काला अध्याय है, जिसमें उनके कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के साथ अभद्र व्यवहार किया था। ऐसी घटनाओं के बाद भी अखिलेश महिला सुरक्षा की बातें करते हैं, जो उनके लिए शर्म की बात है।
प्रदेश के कबीना मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव को शर्म आनी चाहिए ऐसे वक्तव्य देते हुए। क्या वह भूल गए कि वह किस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। यह वही पार्टी है जिसके नेता और उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने बलात्कारी युवकों के लिए कहा था कि लडकों से गलती हो जाती है।
सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से सवाल किया कि क्या ऐसे बयान देने से पहले उन्होंने अपने पिता और पार्टी से पूंछा था, क्योंकि ऐसे बयानों के बाद सपा ही कटघरे में आकार खड़ी होती है।
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उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं के दम पर सरकार चलाने वाले अखिलेश कानून व्यवस्था, सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण की बात करें इससे बड़ी मजाक की बात कोई और नहीं हो सकती है।
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