लखनऊ। कोविड रोगियों के उपचार में लापरवाही बरतने पर बुधवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की। जिलाधिकारी ने कड़े लहजे में चेताया कि कोविड रोगियों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि जनपद के 4 निजी कोविड हास्पिटलो में कोविड रोगियों के उपचार के सम्बंध में लापरवाही सामने आई है। जिसके सम्बंध में त्वरित कार्यवाही करते हुए अपोलो, मेयो, चरक व चन्दन हास्पिटल के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और निर्देश दिया गया कि दिनाक 23 सितम्बर तक कोविड 19 रोगी की मृत्यु से सम्बंधित सम्पूर्ण विवरण अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती और मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराए।
अपोलो हास्पिटल में 17 कोविड 19 रोगी नान कोविड अस्पताल से भेजे गए थे जिनकी मृत्यु हो गई। मेयो हास्पिटल में 10 कोविड 19 रोगी नान कोविड अस्पताल से भेजे गए थे जिनकी मृत्यु हो गई। चरक हास्पिटल में 10 कोविड 19 रोगी नान कोविड अस्पताल से भेजे गए थे जिनकी मृत्यु हो गई। चन्दन हास्पिटल में 11 कोविड 19 रोगी नान कोविड अस्पताल से भेजे गए थे जिनकी मृत्यु हो गई। इन रोगियों की मृत्यु के सम्बंध में कतिपय लापरवाही प्रथम दृष्टया परिलक्षित होती है।
संदेह कहां से उठा
रोगी का कोविड टेस्ट विलम्ब से कराया जाना। टेस्ट पाज़िटिव आने के बाद भी समय से मरीज को कोविड उपचार हेतु तत्काल कोविड 19 हास्पिटल रेफर न करना। चिकित्सालय में प्रोटोकॉल के अनुरूप चलित ट्राईड एरिया/होल्डिंग एरिया का न होना/मानकों के अनुरूप कार्य न होना।