सपा विधान मंडल दल की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज होकर लखनऊ से शाम को इटावा वापस लौटे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने तंज कसा कि धर्म के युद्ध में युधिष्ठिर दुर्योधन की जगह शकुनी से जुआ खेलने लगे, यहीं खेल का परिणाम तय हो गया था, हार किसकी होनी है। वे ताखा ब्लाक के उदयपुरकला में एक धार्मिक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि सिरसागंज से भाजपा प्रत्याशी हरीओम यादव को भी जीत मिले। सपा विधायकों में प्रदेश में उनकी जीत सबसे बड़ी हुईं है यह उनकी लोकप्रियता को बताता है।
भाजपा के सिरसागंज से प्रत्याशी रहे हरीओम यादव के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशी हरीओम यादव को भी जीतना चाहिए था वह अच्छे और संघर्षशील व्यक्ति हैं। हाल ही में आए चुनाव परिणामों पर सीधा बोलने से बचते हुए कहा कि जब अपने और परायों में भेद नहीं पता होता है तब महाभारत होती है। धर्मराज होकर भी युधिष्ठिर जुआ खेल गए तभी हार तय हो गयी थी जब पासे शकुनी फेंकने लगा था। धर्म और राजनीति दोनों में यह नीति लागू होती है। साइकिल चुनाव चिह्न से लड़ने वाले प्रत्याशियों में उनकी जीत सबसे बड़ी हुईं है।
यह उनकी लोकप्रियता को बताने के लिए काफी है। वहीं पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें आज सपा विधायकों की बैठक का कोई बुलावा नहीं भेजा गया था। इसी कारण वह शामिल नहीं हुए और लखनऊ से आकर अपने शुभचिंतकों के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। इस मौके पर पूर्व विधायक हरीओम यादव ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ध्रुव यादव चीनी भी मौजूद रहे।