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गुजरात ए टी एस ने जब्त की 1814 करोड़ की मेफेड्रोन (MD) ड्रग:

गुजरात ए टी एस की टीम ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक फैक्ट्री में ₹1,814 करोड़ की मेफेड्रोन (MD) ड्रग और इसके कच्चे माल को जब्त किया है, और साथ में इसमें शामिल में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार (6 अक्टूबर 2024) को बताया कि गुजरात एंटी टेररिस्ट स्कॉड और नारकोटिक्स कंट्रोलब्यूरो दिल्ली के जॉइंट ऑपरेशन में शनिवार को भोपाल के निकट बगदोदा इंडस्ट्रियल क्षेत्र में किये गए छपे और खोजी अभियान में बड़ी तादाद में मेफेड्रोन को जब्त किया।

अधिकारीयों के अनुसार जब्त 907 किलोग्राम मेफेड्रोन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत ₹1,814 करोड़ है। इसके साथ टीम ने छापे के दौरान लगभग 5,000 किलोग्राम कच्चे माल, जिसमें रसायन और उपकरण शामिल थे, जैसे कि ग्राइंडर, मोटर, कांच के फ्लास्क, हीटर और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए।

ए टी एस द्वारा अमित चतुर्वेदी (57) और सान्यल प्रकाश बाने (40) नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि सन्याल प्रकाश को 2017 में महाराष्ट्र के अंबोली में मेफेड्रोन  ड्रग जब्ती के एक मामले में पहले भी गिरफ्तार किया गया था, और उसने पांच साल जेल में गुजारा था।

जेल से छूटने के बाद, उसने सह-आरोपी चतुर्वेदी के साथ मिलकर मेफेड्रोन का अवैध उत्पादन और बिक्री करने की योजना में लग गया और उन्होंने भोपाल के बाहरी इलाके में एक फैक्ट्री किराए पर लेने का निर्णय लिया, जिससे वे दोनो वृत्तीय लाभ कमा सकें। अपनी योजना पे काम करते हुए उन्होंने लगभग छह से सात महीने पहले फैक्ट्री किराए पर ली थी और तीन से चार महीने पहले उन्होंने कच्चे माल और उपकरण एकत्रित किए और एमडी का उत्पादन और बिक्री शुरू कर दिया था।

राज्य के गृह मंत्री हर्ष संगवी ने ड्रग-तस्करी से निपटने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि – “यह उपलब्धि हमारे कानून प्रवर्तन एजेंसियों के ड्रग-तस्करी और दुरुपयोग के खिलाफ संघर्ष को दर्शाती है। उनकी सामूहिक प्रयास हमारे समाज की स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं”।

यह गुजरात ए टी एस द्वारा ध्वस्त किया गया सबसे बड़ा अवैध उत्पादन केंद्र है। इस इकाई की दैनिक उत्पादन क्षमता 25 किलोग्राम मेफेड्रोन (MD) ड्रग की थी, ATS ने अपने एक बयान में कहा कि छापे के समय अवैध पदार्थ के बड़े पैमाने पर उत्पादन की प्रक्रिया चल रही थी।