घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवती के साथ दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर अपने शरीर में आग लगा लेने वाले युवक सत्यम प्रकाश राय की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। सत्यम राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती था। युवती की हालत भी गंभीर बनी हुई है। सत्यम राय की मौत से उसके परिजनों के साथ शुभचिंतक भी दुखी है।
सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद को लगा ली थी आग
मूल रूप से गाजीपुर जिले के भांवरकोल थाना क्षेत्र के सियाड़ी गांव निवासी सत्यम राय पुत्र इंद्रबली राय वाराणसी के यूपी कालेज में छात्रसंघ उपाध्यक्ष भी रह चुका था। सत्यम के पिता इन्द्रबली राय पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद वाराणसी में ही मकान बनवा कर रहते हैं। सत्यम की मौत के बाद पिता और अन्य परिजन मौन है।
बताते चलें कि, सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़ित युवती और उसके साथी सत्यम ने बीते 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुद को आग लगाने से पहले इसका लाइव वीडियो बनाया था। इसमें दोनों ने कहा था कि पुलिस से प्रताड़ित होने के बाद दोनों जीवन से निराश हो गए हैं। आरोप लगाया था कि बसपा सांसद अतुल राय और उनके परिजनों ने भी उन्हें प्रताड़ित किया।
सत्यम ने आरोप लगाया था कि सांसद अतुल राय के इशारे पर वाराणसी के पूर्व एसएसपी अमित पाठक, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर, निलंबित डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय व उसका बेटा और कुछ जज उनके पीछे पड़ गये थे। सबकी मिलीभगत से दोनों पर फर्जी मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। पीड़िता के साथ न्याय की बजाय उसे चरित्रहीन साबित करने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पुलिस और अदालत के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उन्हें मदद नहीं मिल पाई।
दो अगस्त को सांसद के परिजनों की ओर से दर्ज कराये गये मुकदमें में वाराणसी की अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। कहीं से मदद न मिलने पर दोनों सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। सांसद अतुल राय के खिलाफ गवाह रहा सत्यम चार भाई-बहनों में सबसे छोटा और अविवाहित रहा।
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गौरतलब हो कि, अतुल राय के खिलाफ एक मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। लोकसभा घोसी से सांसद का चुनाव जीतने के बाद 22 जून 2019 को अतुल राय ने पुलिस को चकमा देकर अदालत में समर्पण किया था। तब से अतुल राय प्रयागराज की नैनी जेल में निरुद्ध है।