आर्यन खान ड्रग्स केस की जांच के बाद सुर्खियों में आए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के ऑफिसर समीर वानखेड़े के पिता ने एक बार फिर से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट से गुहार लगाई है. समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने अपने परिवार के खिलाफ फिर से बयानबाजी करने का नवाब मलिक के ऊपर आरोप लगाया है.
इससे पहले, नवाब मलिक ने हाईकोर्ट का फैसला आने तक वानखेड़े परिवार पर किसी तरह की कोई टिप्पणी न करने का आश्वासन दिया था. गौरतलब है कि समीर वानखेड़े के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक की तरफ से ड्रग्स केस में वसूली करने का आरोप लगाया गया था. इसके साथ ही उन्होंने फर्जी सार्टिफिकेट के जरिए नौकरी पाने का भी आरोप समीर वानखेड़े के ऊपर लगाया था. नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े बेशकीमती घड़ी, कपड़े और जूते पहनते हैं. उन्होंने संपत्ति को लेकर भी समीर वानखेड़े पर सवाल उठाए थे.
इससे पहले, एनसीबी के रिजनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने सोमवार को डॉ. बी. आर. आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उनके स्मारक का दौरा किया. इसके बाद में, वानखेड़े ने संवाददाताओं से कहा कि वह “सच्चाई के लिए लड़ने” के लिए आंबेडकर से प्रेरित हैं और उन्होंने इसे जीतने का विश्वास व्यक्त किया, जबकि एक समाचार चैनल से बात करते हुए, मलिक ने वानखेड़े का नाम लिए बिना कहा कि यह उनके द्वारा छेड़ी गई लड़ाई का प्रभाव है कि “कुछ लोग” ‘चैत्यभूमि’ पर आने लगे हैं, जहां आंबेडकर का अंतिम संस्कार किया गया था.
इस साल अक्टूबर में वानखेड़े ने एक क्रूज जहाज पर छापेमारी की थी और दावा किया था कि जहाज पर से मादक पदार्थ जब्त किए गए. इस मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और कुछ अन्य लोग आरोपी हैं. छापेमारी के बाद, मलिक ने वानखेड़े के खिलाफ कई आरोप लगाए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि एनसीबी अधिकारी जन्म से मुस्लिम थे और सरकारी नौकरी पाने के लिए एक फर्जी प्रमाण पत्र पेश किया. उन्होंने दावा किया था कि वानखेड़े अनुसूचित जाति के नहीं हैं. वानखेड़े ने इन आरोपों से इनकार किया था.
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वानखेड़े ने सोमवार को यहां दादर इलाके में स्थित स्मारक ‘चैत्यभूमि’ पर भारतीय संविधान के निर्माता और समाज सुधारक आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी. एनसीबी अधिकारी ने बाद में संवाददाताओं से कहा, “बाबासाहेब (आंबेडकर) हमारी प्रेरणा हैं. आज का दिन हमें हमारे चल रहे ‘संघर्ष’ (लड़ाई) में प्रोत्साहित करेगा. मैं यहां (चैत्यभूमि पर) उनकी पुण्यतिथि पर आया हूं…उनकी विचारधारा का मुझ पर बहुत प्रभाव है. वह एकमात्र प्रेरणा हैं.”